कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में फुटबॉल स्टार लियोनल मेसी के कार्यक्रम के दौरान मची अव्यवस्था को लेकर राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। घटना की जांच के लिए गठित समिति की सिफारिशों के आधार पर पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार और विधाननगर पुलिस आयुक्त को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसकी पुष्टि राज्य के मुख्य सचिव ने की है।
मुख्य सचिव के अनुसार, कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी में गंभीर लापरवाही के आरोप में विधाननगर के डीसीपी अनीश सरकार को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही राज्य के खेल सचिव राजेश कुमार सिन्हा से भी जवाब तलब किया गया है, जबकि साल्ट लेक स्टेडियम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डीके नंदन को उनके पद से हटा दिया गया है।
सरकार ने मामले की विस्तृत पड़ताल के लिए चार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। यह टीम आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और प्रशासनिक तैयारियों में हुई चूक की जांच करेगी।
गौरतलब है कि 13 दिसंबर को साल्ट लेक स्टेडियम में लियोनल मेसी के कार्यक्रम को लेकर भारी उत्साह देखा गया था। पहली बार कोलकाता पहुंचे मेसी को देखने के लिए हजारों प्रशंसक स्टेडियम पहुंचे थे और महंगे टिकट खरीदकर लोग एक यादगार अनुभव की उम्मीद में आए थे। हालांकि, मैदान पर मेसी की मौजूदगी कुछ ही मिनटों तक सीमित रही, जिसके बाद सुरक्षा कारणों से उन्हें बाहर ले जाना पड़ा।
बताया गया कि जैसे ही मेसी मैदान में उतरे, बड़ी संख्या में लोग उनकी ओर दौड़ पड़े, जिससे सुरक्षा घेरा पूरी तरह टूट गया। स्थिति बिगड़ने पर आयोजकों को तत्काल निर्णय लेते हुए मेसी को स्टेडियम से बाहर निकालना पड़ा। इससे दर्शकों में नाराजगी फैल गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
इस बीच, मेसी ने मंगलवार को गुजरात के जामनगर एयरपोर्ट से भारत से विदाई ली। इससे पहले उन्होंने अनंत अंबानी के आमंत्रण पर वंतारा वन्यजीव बचाव एवं संरक्षण केंद्र का दौरा किया। जामनगर उनके ‘जीओएटी इंडिया टूर 2025’ का अंतिम पड़ाव रहा।
अपने भारत दौरे के दौरान मेसी ने कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली सहित चार प्रमुख शहरों का दौरा किया। 15 दिसंबर को नई दिल्ली में इस ऐतिहासिक यात्रा का समापन हुआ। यह मेसी का पहला बहु-शहरी भारत दौरा रहा, जिसने देशभर के फुटबॉल प्रशंसकों के बीच खासा उत्साह पैदा किया।