जिनेवा में आयोजित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 60वें सत्र की पांचवीं बैठक में भारत ने पाकिस्तान और स्विट्जरलैंड की आलोचनाओं का कड़ा जवाब दिया। भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने अपने बयान में कहा कि भारत आतंकवाद से लड़ने में पूरी तरह सक्षम है और किसी से मार्गदर्शन या सलाह लेने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत का संतुलित और सटीक जवाब स्पष्ट करता है कि देश अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अपनी संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं करेगा और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों के झूठे दावे बार-बार उजागर करता रहेगा।
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए त्यागी ने कहा कि उसका अस्तित्व आतंकवाद और झूठे प्रचार पर टिका है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार पुराने झूठ और बासी प्रोपेगेंडा इस मंच पर लाता है और अपने नेताओं की अपमानजनक तुलना जैसी बातें भी करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान संगठन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) का भी अपने हित में इस्तेमाल करता है और भारत के खिलाफ उसकी जुनूनी सोच उसका अस्तित्व बनाए रखती है।
स्विट्जरलैंड के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए त्यागी ने कहा कि भले ही वह भारत का मित्र देश हो, फिर भी उसने सतही और गलत टिप्पणियां की हैं। उन्होंने कहा कि स्विट्जरलैंड को झूठे नैरेटिव फैलाने के बजाय अपने देश की नस्लवाद, भेदभाव और प्रवासियों के प्रति नफरत जैसी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक बड़ा और विविध लोकतंत्र है, और यदि आवश्यकता पड़ी तो वह स्विट्जरलैंड को इन मुद्दों को सुलझाने में मदद करने के लिए तैयार है।