भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्सेज और नौसेना के मरीन कमांडो (मार्कोस) ने सिक्किम में कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में संयुक्त स्कूबा और युद्ध गोताखोरी का अभ्यास संपन्न किया। यह अभ्यास 17,000 फीट की ऊंचाई पर एक सप्ताह तक चला। रक्षा अधिकारियों के अनुसार, इसका उद्देश्य दोनों बलों के बीच तालमेल बढ़ाना, विशेष युद्धकौशल निखारना और विभिन्न चुनौतीपूर्ण इलाकों में संचालन के लिए तैयारी सुनिश्चित करना था।
अभ्यास के दौरान सैनिकों ने ओपन सर्किट एयर डाइविंग, क्लोज-सर्किट प्योर ऑक्सीजन डाइविंग, अत्यधिक ठंडे पानी में 17 मीटर की गहराई तक गोता लगाना और रात के समय लड़ाकू गोताखोरी का अभ्यास किया।
30 अगस्त से 5 सितंबर तक आयोजित इस प्रशिक्षण में कमांडो ने बर्फीले पानी और दुर्गम इलाके में कठिन परिस्थितियों का सामना किया। रक्षा अधिकारी ने बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण से सैनिकों की सहनशक्ति, कौशल और मानसिक मजबूती का परीक्षण होता है, ताकि वे किसी भी चुनौतीपूर्ण वातावरण में प्रभावी ढंग से मिशन को अंजाम दे सकें।