मंगलुरु। कर्नाटक के धर्मस्थल में कथित हत्याओं और शवों को दफनाने से जुड़े मामले में जांच का रुख बदल गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता को विशेष जांच दल (SIT) ने शनिवार को हिरासत में ले लिया।
एसआईटी प्रमुख प्रणब मोहंती ने शिकायतकर्ता से शुक्रवार को घंटों पूछताछ की थी। अगले दिन दस्तावेजों और दिए गए बयानों में विसंगतियां मिलने पर उसकी गिरफ्तारी की गई। फिलहाल जांच एजेंसी ने शिकायतकर्ता की पहचान सार्वजनिक नहीं की है। गिरफ्तारी के बाद उसे मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया।
शव दफनाने के आरोप
शिकायतकर्ता, जो पहले सफाई कर्मचारी रह चुका है, ने दावा किया था कि 1995 से 2014 तक धर्मस्थल में काम करते समय उसे कई शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था। उसका आरोप था कि इनमें महिलाओं और नाबालिगों के शव भी शामिल थे, जिन पर यौन उत्पीड़न के निशान पाए जाते थे। इस संबंध में उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान भी दर्ज कराया था।
नदी किनारे खुदाई में मिले अवशेष
शिकायत दर्ज होने के बाद SIT ने नेत्रवती नदी के किनारे जंगल क्षेत्रों में खुदाई कराई। शिकायतकर्ता की निशानदेही पर दो स्थानों से कंकाल बरामद किए गए। मामले की तफ्तीश अब भी जारी है।
विधानसभा में उठा मुद्दा
हाल ही में विधानसभा में गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा था कि अगर आरोप झूठे साबित होते हैं, तो शिकायतकर्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि खुदाई का फैसला और आगे की कार्रवाई केवल SIT की सिफारिश पर ही होगी, सरकार इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगी।