राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। बुधवार (20 अगस्त) को राधाकृष्णन ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि राधाकृष्णन इस पद के लिए उत्कृष्ट होंगे। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में राधाकृष्णन के साथ अपने लंबे समय के संबंधों का उल्लेख किया।
वीडियो में पीएम मोदी ने लिखा, “मुझे पूरा विश्वास है कि सीपी राधाकृष्णन जी एक उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति होंगे। मैं उन्हें दशकों से जानता हूं और सेवा के प्रति उनके जुनून को देखा है।” वीडियो में राधाकृष्णन का परिचय दिया गया और उनकी जीवन यात्रा के बारे में जानकारी साझा की गई।
पीएम मोदी का वीडियो संदेश
पीएम मोदी ने वीडियो की शुरुआत में कहा कि वे अपने पुराने मित्र का परिचय करा रहे हैं। वे हंसी-मजाक में बताते हैं कि उनके और राधाकृष्णन के बाल कभी काले थे। वीडियो में दोनों की पुरानी तस्वीरें भी दिखाई गईं। पीएम ने कहा कि अब राज्यसभा में सर्वोच्च स्थान पर भी तमिलनाडु का बेटा बैठने वाला है। उन्होंने बताया कि राधाकृष्णन सामान्य परिवार से आते हैं और पिछड़े समाज से हैं। वे पहले खिलाड़ी भी रहे हैं, लेकिन राजनीति में उन्होंने कभी किसी खेल का हिस्सा नहीं बने। वीडियो में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, चिराग पासवान समेत कई लोग राधाकृष्णन से मिलते नजर आए।
नामांकन और प्रस्तावक
राधाकृष्णन ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके प्रस्तावकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और एनडीए के सहयोगी दलों के नेता शामिल थे। नामांकन से पहले राधाकृष्णन ने संसद परिसर में स्थित प्रेरणा स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एनडीए संसदीय दल से मुलाकात
इससे पहले पीएम मोदी ने राधाकृष्णन को एनडीए के सांसदों से मिलवाया था। मंगलवार को हुई संसदीय दल की बैठक में उन्हें सदस्यों के सामने पेश किया गया और पीएम मोदी ने सभी से उनका समर्थन करने की अपील की। सोशल मीडिया पर पीएम ने कहा कि एनडीए संसदीय दल की बैठक में राधाकृष्णन के समर्थन में उत्साह देखकर प्रसन्नता हुई।
चुनाव की तारीख
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए संसदीय दल की बैठक के बाद राधाकृष्णन का नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए घोषित किया। यह पद जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद खाली हुआ था। 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए धनखड़ ने इस्तीफा दिया था। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होंगे और मतगणना उसी दिन होगी।