ओडिशा के बालासोर ज़िले में शैक्षणिक परिसर में आत्मदाह करने वाली छात्रा की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। एम्स भुवनेश्वर के चिकित्सकों ने बताया कि छात्रा का 95 प्रतिशत शरीर जल चुका है और उसके फेफड़े व गुर्दे भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है और अगले 48 घंटे उसकी जान के लिए निर्णायक बताए जा रहे हैं।

स्पेशल मेडिकल टीम कर रही निगरानी
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर छात्रा की लगातार निगरानी कर रहे हैं। एम्स ने इस मामले में आठ सदस्यीय विशेषज्ञ टीम गठित की है, जिसमें बर्न, पल्मोनोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, क्रिटिकल केयर व सर्जरी विभागों के वरिष्ठ डॉक्टर शामिल हैं। आवश्यकता पड़ने पर टीम में अन्य विभागों के विशेषज्ञों को भी जोड़ा जा सकता है।

मानवाधिकार संगठनों की सक्रियता
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस गंभीर मामले का संज्ञान लेते हुए ओडिशा के डीजीपी को पत्र लिखा है। आयोग की अध्यक्ष विजया राहतकर ने निष्पक्ष और त्वरित जांच सुनिश्चित करने, आरोपियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने और पीड़िता को मुफ्त चिकित्सकीय व मानसिक सहयोग देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, पुलिस से तीन दिन में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आई सामने
घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया के माध्यम से इसे “हृदयविदारक” बताया और छात्रा के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। उन्होंने राज्यपाल से हस्तक्षेप कर पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की।

कक्षा में उत्पीड़न के आरोप के बाद उठाया था कदम
गौरतलब है कि फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज, बालासोर की द्वितीय वर्ष की बीएड छात्रा ने कॉलेज परिसर में कथित रूप से एक शिक्षक द्वारा मानसिक और यौन उत्पीड़न के विरोध में आत्मदाह का प्रयास किया था। इस दौरान उसे बचाने की कोशिश कर रहे एक अन्य छात्र को भी चोटें आई थीं।

प्राचार्य और आरोपी शिक्षक निलंबित, जांच जारी
मामले में राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने सहायक प्रोफेसर समीरा कुमार साहू को प्रथम दृष्टया साक्ष्य के आधार पर निलंबित कर दिया है। साथ ही कॉलेज के प्राचार्य दिलीप कुमार घोष को प्रशासनिक लापरवाही के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

प्राचार्य ने स्वीकार किया कि छात्रा ने 30 जून को शिक्षक के खिलाफ लिखित शिकायत दी थी और आंतरिक शिकायत समिति (ICC) जांच कर रही थी। लेकिन छात्रा की शिकायत के बावजूद समुचित कार्रवाई नहीं होने पर उसने यह कठोर कदम उठाया।

आरोपी हिरासत में, फॉरेंसिक जांच जारी
पुलिस ने आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया है और सहदेवखुंटा थाने में उससे पूछताछ की जा रही है। बालासोर के एसपी राज प्रसाद फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं और पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है।