बिहार: राजद नेता ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मांगी इच्छा मृत्यु, वजह भी बताई

गोपालगंज के राजद नेता ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर सपरिवार इच्छा मृत्यु की मांग की है। राजद नेता राजेश कुमार यादव का कहना है कि पिछले एक साल पूर्व नामजदों द्वारा गोली मारने के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसी बात से नाराज होकर उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर सपरिवार इच्छा मृत्यु की मांग की है। इसको लेकर उन्होंने पत्र को पोस्ट और ईमेल के जरिए अपनी बात राष्ट्रपति के पास रखने की बात कही है।

जानिए क्या और क्यों लिखा पत्र  
इस मामले में बताया जाता है कि नगर थाना क्षेत्र के तुरकाहाँ निवासी चन्द्रिका यादव के पुत्र राजद के पंचायत राज प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश कुमार यादव ने राष्ट्रपति के पास भेजे गए एक पत्र में कहा है कि पिछले एक साल पूर्व मेरे उपर जान मारने की नियत से हमला किया गया था। उस घटना की प्राथमिकी नगर थाना में कांड संख्या-523/23 के तहत दर्ज कराया गया है। परन्तु उक्त कांड के मुख्य अभियुक्त द्वारा इस कांड में जमानत अर्जी न्यायालय में दिया गया था जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। इसके बाद  आरोपी मुझ पर धमकी के साथ दबाव बना रहा है कि तुम कांड का समझौता न्यायालय में कर लो वरना तुम्हारी हत्या करा देंगे। इस वजह से हम मानसिक रूप से तनाव में रहते है। मेरा व्यवसाय पूर्ण रूप से ठप हो गया है, जिससे परिवार में भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। उक्त कांड का मुख्य अभियुक्त राजु पाण्डेय घुम-घूम कर बोल रहा है कि राजेश कुमार यादव का अब हत्या कर देंगे।विज्ञापन

पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप 
राजद नेता का कहना है कि उक्त कांड में मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी एक माह के अन्दर नहीं होता है तो हम पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर लेंगे, जिसका जिम्मेवार पुलिस कप्तान गोपालगंज होंगे। क्योंकि मैं कई बार पुलिस अधीक्षक के पास आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा चुका हूँ। स्थानीय थाना के द्वारा मुझे किसी प्रकार का सुरक्षा मुहैया नहीं कराया गया है, जिससे तंग आकर मैं यह कदम उठा रहा हूँ। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 6 जुलाई  2023 को मॉर्निंग वॉक के क्रम में बाइक सवार बदमाशो द्वारा गोली मार दी गई थी, जिसमें नामजद मामला दर्ज कराया गया था। कांड के एक साल पूरा होने को है बावजूद मुख्य अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त सेबाहर है। और मुझे धमकी दी जा रही है जिससे मैं डरा और सहमा हूं। तिल-तिल कर परेशान होने और उसके हाथो से मरने से अच्छा है कि मैं सपरिवार आत्महत्या कर लूं। 

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