बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के बीच विपक्षी दलों द्वारा लगातार विरोध जताया जा रहा है। इसी दौरान आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र एक वायरल ऑडियो के चलते चर्चा में आ गए हैं, जिसमें वह मनेर के एक पंचायत सचिव से कथित रूप से फोन पर नाराज़गी भरे अंदाज़ में बात करते सुने जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि विधायक ने एक परिचित के मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर सचिव से संपर्क किया था। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “रिंकी देवी के पति अविनाश का डेथ सर्टिफिकेट बनवाना है, सीधे काम करो, टेढ़ई मत दिखाओ।” इस पर सचिव ने जवाब दिया, “सम्मान से बात करेंगे तो बात होगी, धमकाने से कुछ नहीं होगा।”
सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया
ऑडियो वायरल होने के बाद भाई वीरेंद्र ने सोशल मीडिया पर सफाई दी। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने कुछ सख्त शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन सचिव द्वारा अभद्र व्यवहार का भी आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कॉल रिकॉर्डिंग को पब्लिक करना अनुशासन और निजता का उल्लंघन बताया।
उन्होंने कहा कि एकतरफा ऑडियो प्रसारित कर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है और ऐसे अधिकारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए।
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
भाई वीरेंद्र हाल ही में विधानसभा में अपने बयान को लेकर भी सुर्खियों में थे। 23 जुलाई को सदन की कार्यवाही के दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा, “यह सदन किसी के बाप का नहीं है।” इस पर सत्ता पक्ष ने आपत्ति जताई और माफी की मांग की, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।
पटना की मनेर सीट से विधायक
भाई वीरेंद्र पटना जिले की मनेर विधानसभा सीट से आरजेडी विधायक हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी निखिल आनंद को हराया था। इसके अलावा वे पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति भी हैं।