बिहार में चल रहे छात्रों के आंदोलन को लेकर जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मीडिया ने हाजीपुर में सवाल किया तो सीएम सवाल से किनारा करते दिखे और हाथ जोड़कर मौके से निकल गए। पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर के साथ आमरण अनशन पर बैठे छात्र या पटना के सड़क पर आंदोलन करते छात्र को लेकर मुख्यमंत्री से हाजीपुर में सवाल किया गया था। किन मुख्यमंत्री ने मीडिया के सवाल सुनते ही हाथ जोड़ लिए और गाड़ी में बैठकर निकल गए।
बता दें कि पुलिस के द्वारा प्रशांत किशोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दी गई है। प्रशांत किशोर आमरण अनशन अस्थल से पटना पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर प्रशांत किशोर को जेल भेजा गया है। छात्रों के द्वारा पूरे बिहार में बीएससी 70वां पूरा एग्जाम कैंसिल कर रीएग्जामिनेशन करने की मांग कर रहे हैं, जिसको लेकर बिहार में खूब राजनीति भी हो रही है। लगातार विपक्षी पार्टी सरकार पर हमलावर है तो मुख्यमंत्री सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। छात्र आंदोलन करने वाले छात्र मुख्य सचिव से दो शिष्टमंडल मुलाकात कर चुकी है। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला, इसके बाद पटना के सड़कों पर आंदोलन कर रहे छात्रों पर जमकर पुलिस ने भी दो लाठी भांज चुकी है, जिसमें कई छात्र घायल भी हुए थे। जिन्हें इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती भी कराया गया था।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष के तेजस्वी यादव पहले भी हमला बोल चुके हैं। तेजस्वी यादव ने पहले बोला था, एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हमारे समय में गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बांटे जाते थे, जिससे अभ्यर्थियों के चेहरे पर खुशी और उनके परिवारों में उम्मीद की किरण दिखाई देती थी। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। आज छात्र पर लाठियां खा रहे हैं। अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं और उनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हो रहे हैं। तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि इस आंदोलन को गांधी मैदान तक लाने के पीछे कुछ साजिशें हैं और BJP इस संघर्ष को दबाने की कोशिश कर रही है।
नीतीश कुमार हाय-हाय के लगे हाजीपुर में नारे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैशाली में प्रगति यात्रा को लेकर दौरे पर पहुंचे थे। इसी दौरान आम लोगों ने नीतीश कुमार के सामने ही विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पूरा मामला नीतीश कुमार के सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल के हिसाब से यातायात को हाजीपुर मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग पर रोक दिया गया था। मुख्यमंत्री हाजीपुर के दिग्गी स्थित बिका में मुख्यमंत्री के द्वारा समीक्षा बैठक किया था। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर यातायात को रोक दिया गया था। इसी दौरान हाजीपुर-मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग पर लंबा जाम लग गया, जिसमें छोटी बड़ी सभी गाड़ियां स्कूल की गाड़ियां एंबुलेंस सभी फंस गए। इसके बाद मुख्यमंत्री बिका से जैसे ही बैठक कर बाहर निकले वैसे ही जाम में फंसे लोगों के द्वारा नीतीश कुमार हाय-हाय के नारे लोगों के द्वारा लगाए जाने लगा मौके पर मौजूद प्रशासन के लोगों के द्वारा लोगों से अपील किया जा रहा था कि वह चुप रहे। लेकिन लोग लगातार मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने के लिए भी नारा लगा रहे थे।
यह पूरा मामला हाजीपुर-मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग के दिग्गी मोड पर हुआ जाम में फंसे हुए और विरोध प्रदर्शन कर रहे कृष्ण कुमार झा ने बताया कि सुबह से लोग जाम में फंसे हुए हैं। जाम में स्कूली बच्चे एंबुलेंस इमरजेंसी काम में जा रहे हैं। सभी जाम में फंसे हुए हैं, यह तानाशाह की सरकार नहीं चलेगी। हजारों लोग जाम में फंसे हुए हैं, मुजफ्फरपुर की तरफ से आने वाली गाड़ियां सभी जाम में फंसी हुई है। हाजीपुर की तरफ से जाने वाली सभी गाड़ियां जाम में फंसी हुई है। महुआ से आने वाली सभी गाड़ियां जाम में फंसी हुई है। महुआ की तरफ जाने वाली सभी गाड़ियां जाम में फंसी हुई है। लोग सुबह से ही परेशान है, लेकिन किसी का कोई ध्यान नहीं है। कई लोग इमरजेंसी काम में भी जा रहे हैं, लेकिन सभी को पुलिस शुरू की हुई है।