राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने बिहार की मौजूदा डबल इंजन सरकार पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा है कि इस सरकार का एक हिस्सा अपराध को बढ़ावा दे रहा है, जबकि दूसरा भ्रष्टाचार में लिप्त है। इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर मंथन किया गया।
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की स्थिति बेहद चिंताजनक है और मुख्यमंत्री मानो अचेत अवस्था में हैं। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में महागठबंधन के सभी घटक दल जनता के बीच जाएंगे और रैलियों के माध्यम से जनता से सीधे संवाद करेंगे। उन्होंने मतदाता सूची से नाम काटे जाने और जनता के अधिकारों से जुड़े मसलों को लेकर अभियान चलाने की भी बात कही।
उन्होंने बताया कि इस यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे। जनता के बीच जाकर गठबंधन शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सिंचाई जैसे अहम मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगा। उन्होंने दावा किया कि बिहार इन बुनियादी क्षेत्रों में पिछड़ा हुआ है, जबकि गरीबी, पलायन और बेरोजगारी में सबसे आगे है।
CAG रिपोर्ट पर भी साधा निशाना, घोटाले का आरोप
एक अलग संवाददाता सम्मेलन में तेजस्वी यादव ने कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में 80,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस पर कोई जवाब नहीं दे रही है, जो इस बात का प्रमाण है कि सत्ता में बैठे लोग जिम्मेदारी से बच रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि जब भी भाजपा की सरकार आती है, बड़े घोटाले सामने आते हैं।
बिहार में इस साल के अंत में संभावित विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। हालांकि, निर्वाचन आयोग ने अभी तक आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन संभावना है कि चुनाव अक्टूबर या नवंबर में दो या तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। राज्य में वोटर लिस्ट का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) अभियान भी चल रहा है। वर्तमान में बिहार में 7.24 करोड़ मतदाता हैं। मतदाता सूची का ड्राफ्ट 1 अगस्त 2025 को जारी होगा और अंतिम सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी।