मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड की ओर से पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। 100वीं जयंती पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की अपनी श्रद्धांजलि दी। अपने संबोधन के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर निशाना साधा। इस बयान के बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया। राजनीति पंडितों का कहना है कि सीएम नीतीश कुमार ने इस बयान के जरिए बिना नाम लिए लालू प्रसाद और कांग्रेस पर निशाना साधा है।
हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज हमलोगों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के कार्यों को आगे बढ़ाया है लेकिन आजकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं। जब जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का देहावसान हो गया तब हमलोगों ने उनके सुपुत्र रामनाथ ठाकुर जी को आगे बढ़ाया। उन्हें पार्टी में स्थान दिया, मंत्री बनाया, सांसद बनाया। आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं लेकिन जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया और उन्हीं से सीख लेते हुए हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि देश में पहली बार पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग को जोड़कर आरक्षण दिया गया। जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने ही पहली बार वर्ष 1978 में पिछड़ा वर्ग को 8 प्रतिशत और अति पिछड़ा वर्ग को 12 प्रतिशत आरक्षण दिया। अति पिछड़ा वर्ग ज्यादा गरीब है और उनकी संख्या भी ज्यादा है। उन्होंने ही पहली बार बिहार में शराबबंदी लागू की लेकिन समय से पहले ही उन्हें पद से हटा दिया गया, फिर शराबबंदी भी खत्म हो गई। पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग का कल्याण होना चाहिए। उनके निधन के बाद से ही हमलोग कार्यक्रम करते आ रहे हैं। जिस सरकारी आवास में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी रहते थे उसे आज भी संग्रहालय के रूप में सुरक्षित रखा गया है।
सीएम नीतीश ने पीएम मोदी को भी दी बधाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, यह बड़ी खुशी की बात है। आज यहां लाखों की संख्या में आपलोग आए हुए हैं। करीब 2 लाख लोग यहां मौजूद हैं और रास्ते में भी बड़ी संख्या में लोग हैं। मैं जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जंयती पर आयोजित सभी कार्यक्रमों में हिस्सा लेता हूं। मैं समस्तीपुर में उनके गांव भी गया। उनके घर जाकर उनके परिवार के लोगों से मिलता हूं। वहां सभी धर्मो के लोग पूजा-पाठ करते हैं, यह देख बड़ा अच्छा लगता है। आज उनके 100वें जन्मदिवस के अवसर पर उन्हें भारत रत्न प्रदान किया गया है, यह बड़ी खुशी की बात है। वर्ष 2007 से वर्ष 2023 तक हर साल हमलोग उन्हें भारत रत्न देने का अनुरोध करते रहे चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या फिर एनडीए की। लेकिन, आज केंद्र की सरकार ने उन्हें भारत रत्न प्रदान किया जिसके लिए मैं केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री जी को भी बधाई देता हूं। रामनाथ ठाकुर जी को भी प्रधानमंत्री ने फोन कर बधाई दी है।