शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद से केके पाठक की विदाई के पहले ही उनके आदेशों की जैसी-तैसी शुरू हो गई थी। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आगे आकर राज्य के सबसे विवादित आईएएस अधिकारी के आदेश को पलटते हुए मुख्य सचिव के जरिए आदेश जारी कराना पड़ा था। अब बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षकों की दुश्वारियों और एक शिक्षक की डूबकर मौत के बाद शिक्षा विभाग के सचिव ने दो ऐसे पत्र जारी किए हैं, जिससे केके पाठक के एक आदेश और एक जिद की धज्जियां उड़ गई हैं।
आदेश बाढ़ प्रभावित इलाकों में शिक्षकों को एक घंटे देर से पहुंचने को देरी में नहीं नोटिस करने को लेकर है। इसके साथ ही डीएम के अधिकार पर सवाल उठाने वाली बात खत्म करते हुए शिक्षा विभाग के सचिव ने स्कूलों में अवकाश घोषित करने के लिए उन्हें फैसला लेने का प्राधिकारी बनाया है। सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में छात्र, शिक्षक और स्कूलों के शिक्षकेतर कर्मियों के लिए ससमय नाव परिचालन और नावों पर लाइफ जैकेट पहनाए जाने को लेकर आदेश जारी किया है।

नाव से स्कूल जा रहे शिक्षक की गंगा नदी में गिरने से हुई थी मौत
शुक्रवार को पटना से दियारा स्थित विद्यालय में पढ़ाने जा रहे एक शिक्षक की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई थी। शिक्षक के गंगा नदी में गिरते ही नाव में सवार अन्य शिक्षकों मेंअफरातफरी मच गई। नाव में सवार शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने गंगा नदी में गिरे शिक्षक को निकालने के लिए जोर-जोर से शोर मचाना शुरू कर दिया। उनके शोरगुल करने पर नाविकने भी उनको बचाने की कोशिश की लेकिन गंगा के तेज बहाव में वह बह गये। शिक्षक शिक्षक अविनाश कुमार दानापुर के दियारा के काशीचक स्थित उत्क्रमित विद्यालय में पदस्थापित थे।
शिक्षकों ने जमकर किया प्रदर्शन
शिक्षक अविनाश कुमार की मौत के बाद नाराज शिक्षकों ने गांधी मैदान मार्ग पर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोग प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। शिक्षकों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी मौत के बाद हमारे परिवार को कौन पालेगा यह सरकार बताये।