छत्तीसगढ़: नक्सलियों के हमले में शहीद हुआ ड्राइवर, गांव पहुंचा तिंरगे में लिपटा शव

छत्तीसगढ़ के बीजापुर के थाना कुटरू क्षेत्र के ग्राम अम्बेली में नक्सलियों के आईईडी धमाके में सुरक्षाबल के आठ जवान शहीद हो गए. साथ ही इस घटना में स्कॉर्पियो वाहन का चालक तुलेश्वर राणा भी शहीद हो गया.परिजनों को तुलेश्वर राणा की मौत की खबर सोमवार की देर शाम को दी गई. बीजापुर पुलिस ने स्कॉर्पियो ड्राइवर तुलेश्वर राणा के परिजनों को उनकी मौत की जानकारी दी.

इसके बाद परिजनों के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट गया. परिजनों को इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि उनका बेटा बीजापुर में पुलिस की गाड़ी चला रहा था. बताया जा रहा है कि तुलेश्वर राणा जगदलपुर में किराए का मकान लेकर NMDC में वाहन चलाने का काम करता था. तुलेश्वर राणा ने लगभग 10 दिन पहले ही जगदलपुर पुलिस लाइन में ड्राइवर की नौकरी शुरू की थी.

दो घंटे में मिला ड्राइवर का शव

तुलेश्वर राणा वीआईपी दौरा या फिर जवानों को लाने, ले जाने का काम करता था. 25 वर्षीय तुलेश्वर बड़े आरापुर के रहने वाले कमल साय राणा का सबसे छोटा बेटा था. आईईडी ब्लास्ट में चपेट में आई स्कॉर्पियो में ड्राइवर सीट पर ही इस धमाके का केंद्र था. बताया जा रहा है कि फोर्स के जवानों को तुलेश्वर के शव को ढूंढने में 2 घंटे लग गए, क्योंकि उनका शव क्षत-विक्षत हालत में पाया गया.

मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

मंगलवार को अन्य जवानों के साथ ड्राइवर तुलेश्वर राणा के पार्थिव शरीर को भी दंतेवाड़ा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और अन्य जनप्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि दी. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को ग्रह निवास के लिए रवाना कर दिया गया. तिरंगे में लिपटा हुआ तुलेश्वर का शव उनके घर पहुंचा. उनके परिजनों ने उन्हें अंतिम विदाई दी. फिर गांव के ही मरघट में दाह संस्कार की प्रक्रिया भी पूरी की गई. इस दौरान मृतक के परिजन के साथ बड़ी संख्या में गांव वाले और कोड़ेनार थाने की पुलिस, राजस्व विभाग के कर्मचारी भी इस दौरान मौजूद रहे.

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