मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि वर्ष 2020-21 के दौरान ‘जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना’ में बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ियां सामने आई हैं। उनके अनुसार, इस योजना का मूल बजट 15 करोड़ रुपये था, लेकिन 142 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जी बिलिंग को स्वीकृति दी गई। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया कि पार्टी ने दलित छात्रों के नाम पर वोट बटोरे, लेकिन उनके नाम पर चलाई गई इस योजना में भ्रष्टाचार कर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया।
फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप, कई संस्थान संदेह के घेरे में
जांच में यह बात सामने आई है कि कई कोचिंग संस्थानों ने बिना किसी वैध दस्तावेज और हस्ताक्षर के भुगतान के दावे किए, और इनमें से कुछ संस्थानों के सभी दावे फर्जी पाए गए हैं। इस मामले की गहराई से जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) को जिम्मेदारी दी गई है। रेखा गुप्ता ने कहा कि यह दलित छात्रों के अधिकारों का हनन है और बाबासाहेब अंबेडकर की विरासत का अपमान है।
उपराज्यपाल के निर्देश पर हुई जांच की सिफारिश
मुख्यमंत्री के अनुसार, उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना के निर्देश पर ACB को जांच सौंपी गई है। सामाजिक न्याय मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में करीब 35 कोचिंग संस्थान शामिल हैं, और सभी की भूमिका की जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि कई शीर्ष नेता इस मामले में दोषी पाए जा सकते हैं।
कोविड काल में पढ़ाई के नाम पर भुगतान
दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद ने आरोप लगाया कि जब कोविड महामारी के दौरान शैक्षणिक संस्थान बंद थे, तब भी छात्रों को कोचिंग देने के नाम पर संस्थानों को 145 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। जबकि उस समय बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे। उन्होंने कहा कि कई संस्थानों के पास छात्रों की जानकारी देने के लिए कोई दस्तावेज भी नहीं हैं।
योजना में बजट से अधिक खर्च, पारदर्शिता पर सवाल
आशीष सूद ने बताया कि यह योजना 2018 में बाबा साहब अंबेडकर के नाम से शुरू की गई थी, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने का प्रावधान था। लेकिन शुरू में तय बजट 15 करोड़ को बढ़ाकर 145 करोड़ रुपये तक ले जाया गया और उसी दौरान घोटाले को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थानों से छात्रों की संख्या और कोर्स के बारे में कोई जानकारी नहीं ली गई, फिर भी कोर्ट के आदेश का हवाला देकर भुगतान कर दिया गया।
सत्ता में आने के बाद खुल रहे नए-नए मामले
दिल्ली सरकार के सामाजिक कल्याण मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रशासन जैसे-जैसे काम आगे बढ़ा रहा है, आम आदमी पार्टी से जुड़े एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘आम आदमी’ के नाम पर बनी पार्टी ने सभी योजनाओं में आम नागरिकों को ठगने का काम किया, और यहां तक कि दलित छात्रों को भी नहीं बख्शा।