दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय में विकसित दिल्ली इंटर्नशिप योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर 84 छात्रों को इंटर्नशिप लेटर वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना युवाओं को सीधे शासन और नीति-निर्माण की प्रक्रिया से जोड़ने और उसमें सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर देगी।
इस योजना के तहत चयनित इंटर्न विकसित दिल्ली के एम्बेसडर के रूप में काम करेंगे। इंटर्नशिप की अवधि तीन महीने होगी, जिसमें युवा विभिन्न विभागों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभिन्न परियोजनाओं पर काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना युवाओं को शासन की चुनौतियों से परिचित कराएगी और उन्हें समाधानकारी दृष्टिकोण विकसित करने का मंच देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पहली बार दिल्ली सरकार के इतिहास में इस तरह की इंटर्नशिप आयोजित की जा रही है, जहाँ गैर-राजनीतिक प्रतिभा को सिस्टम का हिस्सा बनाया जा रहा है। हम युवाओं से भी सीखेंगे—उनके नए विचार, तकनीकी नवाचार और दृष्टिकोण सरकार के लिए प्रेरणा और बदलाव का स्रोत बनेंगे। आज का युवा, कल का नेतृत्व है, और उनकी सोच प्रशासन में नई ऊर्जा ला सकती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह साझेदारी केवल युवाओं को सिखाने के लिए नहीं, बल्कि सरकार को युवाओं से सीखने का अवसर देने के लिए है। इस पहल से दिल्ली को पेपरलेस गवर्नेंस, डेटा-ड्रिवन प्रशासन, स्मार्ट पॉलिसी फॉर्मेशन और डिजिटल इनोवेशन की दिशा में बढ़ाया जाएगा। “आज का अनुभव कल के नेतृत्व का निर्माण करेगा,” उन्होंने कहा।
सरकारी जानकारी के अनुसार, विकसित दिल्ली इंटर्नशिप योजना के तहत करीब 9,000 छात्रों ने आवेदन किया, जिनमें से चयन प्रक्रिया के कई चरणों के बाद 84 छात्रों को चुना गया। चयन प्रक्रिया में ऑनलाइन टेस्ट, निबंध लेखन, दस्तावेज़ सत्यापन और कार्यशालाएँ शामिल थीं, जो पूरी तरह पारदर्शी और प्रतियोगी रही। प्रत्येक इंटर्न को तीन महीने के लिए मासिक ₹20,000 का मानदेय दिया जाएगा।