दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा 31 जुलाई को सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। पहले यह अटकलें थीं कि उन्हें कार्यकाल विस्तार मिल सकता है, लेकिन पुलिस मुख्यालय की ओर से फेयरवेल की तैयारी के निर्देश जारी होने के बाद अब यह संभावना लगभग समाप्त मानी जा रही है।
दिल्ली के किंग्सवे कैंप स्थित न्यू पुलिस लाइंस में संजय अरोड़ा को विदाई दी जाएगी। ऐसे में यह अपेक्षा की जा रही है कि 31 जुलाई से पहले नए पुलिस आयुक्त के नाम की औपचारिक घोषणा की जा सकती है। इस पद के लिए जिन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम सामने आ रहे हैं, उनमें एसबीके सिंह, प्रवीर रंजन और सतीश गोलचा प्रमुख रूप से शामिल हैं।
संजय अरोड़ा: एक परिचय
तमिलनाडु कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय अरोड़ा मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं। उन्होंने इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की डिग्री जयपुर स्थित मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से प्राप्त की।
पुलिस सेवा में आने के बाद उन्होंने तमिलनाडु में कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं। कुख्यात डकैत वीरप्पन के गिरोह को खत्म करने वाली स्पेशल टास्क फोर्स में वे एसपी रहे और इस सफल ऑपरेशन के लिए उन्हें मुख्यमंत्री वीरता पदक से नवाजा गया।
वर्ष 1991 में उन्होंने एनएसजी से प्रशिक्षण प्राप्त किया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए गठित एसएसजी बल की स्थापना में भी उनका अहम योगदान रहा।
आईटीबीपी में डीजी पद पर रहते हुए उन्होंने 2000 से 2002 के बीच मसूरी स्थित अकादमी में प्रशिक्षक के तौर पर सेवाएं दीं। इसके अलावा वे कोयंबटूर के पुलिस प्रमुख और चेन्नई में अपराध व यातायात के अतिरिक्त आयुक्त भी रह चुके हैं।
दिल्ली पुलिस आयुक्त बनने से पहले संजय अरोड़ा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक थे। उनसे पहले राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस प्रमुख का पद संभाला था।