नई दिल्ली: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली में यमुना नदी की सफाई और संरक्षण के लिए लगभग 1816 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और कैबिनेट के कई मंत्री भी मौजूद थे।
अमित शाह ने कहा कि यमुना नदी को साफ और निर्मल बनाने के लिए केंद्र सरकार ने विशेष प्रयास शुरू किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जीएसटी दरों में कमी की गई है, जिससे आम जनता को राहत मिली है। उन्होंने कहा कि अब 12 लाख रुपये तक की आय पर आयकर नहीं देना होगा, जो पिछले वर्षों में 2 लाख रुपये था। यह सुधार मोदी सरकार के तीन बार लगातार जनादेश मिलने का परिणाम है।
गृह मंत्री ने दिल्ली की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि यमुना की सफाई के मामले में पहले के प्रयास नाकाफी थे। उन्होंने कहा, "पूर्व सरकार ने यमुना की सफाई का वादा तो किया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके उलट दिल्ली में कचरा पहाड़ बढ़े। अब हमारी सरकार इस दिशा में बड़े कदम उठा रही है।"
अमित शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यमुना की सफाई के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पैसों की चिंता न करें और भ्रष्टाचार को कम किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यमुना को यमुनोत्री से लेकर प्रयागराज तक स्वच्छ बनाने का कार्य योजना बद्ध तरीके से किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में भाजपा सरकार होने के कारण इस कार्य में आसानी होगी।
शाह ने यह भी कहा कि दिल्ली के कचरे के पहाड़ों को हटाकर वहां सुंदर उद्यान विकसित किए जाएंगे। उन्होंने पूर्व सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए और कहा कि उनकी सरकार साफ-सुथरे और पारदर्शी शासन के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना की सफाई पर केंद्र सरकार के सहयोग को सराहा और कहा कि दिल्ली सरकार भी इस दिशा में पूरी मेहनत कर रही है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें।
कार्यक्रम में अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन के कई प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। उम्मीद जताई जा रही है कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से यमुना नदी की गुणवत्ता में सुधार होगा और पर्यावरण बेहतर होगा।