दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुँचने के बाद केंद्र सरकार की ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP-III) लागू कर दी गई है। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 362 दर्ज किया गया, जो मंगलवार सुबह 425 तक पहुँच गया। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने स्थिर मौसम, ठंडी हवाओं और अस्थिर वायुमंडलीय परिस्थितियों को इस वृद्धि का प्रमुख कारण बताया। आयोग ने कहा कि GRAP-III के तहत सभी आवश्यक प्रतिबंध और उपाय तुरंत प्रभाव से लागू किए जा रहे हैं।
स्टेज-III के तहत निर्माण और ध्वंस गतिविधियों पर रोक, सड़कों की मैकेनिकल सफाई और पानी का छिड़काव अनिवार्य, अप्रमाणित ईंधन वाले उद्योगों पर पाबंदी और आवश्यक सार्वजनिक परियोजनाओं (सड़क, रेल, एयरपोर्ट) को छूट जैसी व्यवस्थाएँ शामिल हैं।
इस बीच, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरकार की GRAP-III पर अति-निर्भरता पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हर साल सर्दियों में प्रदूषण गंभीर रूप लेता है, लेकिन सरकारी प्रतिक्रिया केवल आपातकालीन कदमों तक सीमित रहती है। रमेश ने कहा कि सरकार को संकट प्रबंधन की बजाय प्रदूषण रोकथाम पर ध्यान देना चाहिए और सालभर उत्सर्जन नियंत्रण के ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि दिल्ली को राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता मानकों तक पहुँचने के लिए PM2.5 स्तर में कम से कम 60% की कटौती करनी होगी।
रमेश ने कहा, “दिल्ली को साफ हवा के लिए सख्त और बहु-क्षेत्रीय कदम उठाने होंगे। ये कदम केवल अक्टूबर-नवंबर तक सीमित नहीं होने चाहिए बल्कि पूरे साल लागू होने चाहिए।”