दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने लगातार तीसरे दिन गुरुवार को रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की। यह पूछताछ हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है। उनके साथ कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी मौजूद थी। वहीं पूछताछ के बाद ईडी कार्यालय से बाहर निकलने के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कोई नया सवाल नहीं था, सभी सवाल वैसे ही थे। 

ED कार्यालय में मनाना पड़ता जन्मदिन

रॉबर्ट वाड्रा ने ईडी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर कल सार्वजनिक अवकाश नहीं होता तो मुझे अपना जन्मदिन ईडी कार्यालय में मनाना पड़ता। उन्होंने कहा कि साल 2019 में भी मुझे बुलाया गया था, मैं 15 बार गया हूं। 10-10 घंटे मैंने जवाब दिए हैं। 

‘एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा’

रॉबर्ट वाड्रा ने एजेंसियों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश में मुख्यमंत्री पद के किसी भी उम्मीदवार के पीछे पड़ जाती है या कोई पार्टी अच्छा काम करती तो उसे पकड़ लेती है। 

‘ED को मुझसे प्यार है’

हालांकि बुधवार को रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था कि ईडी को मुझसे बहुत प्यार है, इसलिए मुझे बार-बार बुलाती है। मैं गांधी परिवार का हिस्सा हूं, जिसने लोगों की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने सोनिया और राहुल का जिक्र करते हुए कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी नेशनल हेराल्ड मामले में चार्जशीट दायर की है। 

बीजेपी ने साधा निशाना

वहीं बीजेपी ने मनी लॉन्ड्रिंग और नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर गांधी परिवार पर निशाना साधा। बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने कहा कि अगर लोगों की कमाई गांधी परिवार के खजाने में रखी गई है, तो उसे एक-एक करके वसूला जाएगा। 

क्या है पूरा मामला

रॉबर्ट वाड्रा का मनी लॉन्ड्रिंग मामला हरियाणा के शिकोहपुर और गुरुग्राम में जमीन सौदों से जुड़ा है। 2008 में वाड्रा की कंपनी, स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी। बाद में इसे डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया। ईडी को संदेह है कि इस सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग हुई और अवैध लाभ कमाया गया। बता दें कि यह सौदा तब हुआ था जब हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी।

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