नई दिल्ली। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की चयन पद चरण-13 की कंप्यूटर आधारित परीक्षा तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से रद्द किए जाने के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच X पर अपनी बात रखते हुए केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि यह केवल एक चूक नहीं, बल्कि मोदी सरकार की व्यवस्था की विफलता और सड़ चुके सिस्टम की असलियत है।
राहुल गांधी ने लिखा, “हज़ारों युवा 400–500 किलोमीटर की यात्रा कर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचते हैं और वहाँ जाकर उन्हें पता चलता है कि परीक्षा रद्द हो चुकी है। यह केवल तकनीकी खामी नहीं, बल्कि उस असंवेदनशील और भ्रष्ट तंत्र की पहचान है जो लगातार पेपर लीक करवा रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि इन खामियों के कारण परीक्षा रद्द हो रही हैं और इसका सीधा असर लाखों छात्रों और उनके परिवारों की मेहनत, समय और भविष्य पर पड़ रहा है।

“10 साल में 80 से अधिक परीक्षाएं हुईं प्रभावित”
राहुल गांधी ने कहा कि पिछले एक दशक में NEET, UGC-NET, UPPSC, BPSC समेत 80 से ज्यादा परीक्षाओं में धांधलियों की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने दावा किया कि सिर्फ इस वर्ष हुई अनियमितताओं से करीब 85 लाख विद्यार्थियों का भविष्य प्रभावित हुआ है।
“सरकार के वादे खोखले, परीक्षा माफिया हावी”
नेता प्रतिपक्ष ने केंद्र सरकार की परीक्षा सुधारों की दिशा में की गई घोषणाओं को नाकाम बताया। उन्होंने लिखा, “यह सब कुछ सरकार की अकर्मण्यता, प्रशासनिक भ्रष्टाचार और परीक्षा माफियाओं के गठजोड़ का नतीजा है। युवाओं के भविष्य से इस तरह का खिलवाड़ अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
आयोग ने दी परीक्षा दोबारा कराने की जानकारी
उधर, एसएससी ने तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से चयन पद चरण-13 की परीक्षा को कुछ केंद्रों पर रद्द करने का ऐलान किया है। आयोग के अनुसार, 24 जुलाई से 1 अगस्त तक चलने वाली परीक्षाएं पहले ही दिन बाधित हो गईं थीं, जिसके चलते पवन गंगा एजुकेशनल सेंटर-2 में 24 से 26 जुलाई तक की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं।
आयोग ने कहा है कि इन परीक्षाओं को अब 28 जुलाई से पुनर्निर्धारित किया जाएगा और उम्मीदवारों को संशोधित शेड्यूल की सूचना शीघ्र दी जाएगी।