नई दिल्ली: सोमवार शाम लाल किले के पास हुई कार धमाके की घटना का मुख्य आरोपी पुलवामा का डॉ. उमर नबी पाया गया। धमाके के स्थल से बरामद शरीर के डीएनए नमूने का उमर की मां के डीएनए से मिलान हुआ, जिससे उसकी मौत की पुष्टि हुई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उमर दिसंबर के छह तारीख को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर दिल्ली में बड़ा हमला करने की योजना बना रहा था। लक्षित स्थलों में लाल किला, इंडिया गेट, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब और गौरी शंकर मंदिर शामिल थे, साथ ही रेलवे स्टेशनों और शॉपिंग मॉल्स पर भी हमला करने की तैयारी थी।
जांच एजेंसियों के अनुसार, उमर ने विस्फोटक कार में रखा और वाहन-बम बनाने की तैयारी कर रहा था। 10 नवंबर को उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद डर और तनाव में उसने विस्फोट कर दिया। फॉरेंसिक टीम ने स्थल से 40 से अधिक नमूने एकत्र किए हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार के विस्फोटक शामिल हैं।
फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल गनई के रेड-फोर्ट इलाके में रेकी करने का खुलासा भी हुआ है। डिजिटल और मोबाइल डेटा से पता चला कि दोनों का तुर्की से संबंध था और विदेशी हैंडलरों से संपर्क की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी नेटवर्क पर कार्रवाई तेज करते हुए 500 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे और 12 से अधिक डॉक्टरों को हिरासत में लिया। हरियाणा के मेवात से मौलवी इश्तियाक को भी गिरफ्तार किया गया, जिनके पास विस्फोटक बरामद हुए।
एनआईए ने विशेष जांच दल गठित किया है और अन्य केंद्रीय व राज्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल कर रही है। अल-फलाह विश्वविद्यालय, जहां गिरफ्तार डॉक्टरों का पेशेवर संबंध था, भी जांच में है।
केंद्र सरकार ने धमाके को जघन्य आतंकी कृत्य करार देते हुए कड़ी निंदा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में आतंकवाद के सभी रूपों के प्रति शून्य सहनशीलता दोहराई गई। मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई।