गुरुवार को राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) से कुछ सियार अपने बाड़े से बाहर निकल गए, जिससे प्रशासनिक टीम में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना शनिवार सुबह हुई और इसके बाद तुरंत वन क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सियार बाड़े के पिछले हिस्से में बने छेद से भाग गए, जो चिड़ियाघर की बाहरी सीमा से लगे घने जंगल की ओर खुलता है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस समय पर्यटकों के लिए कोई खतरा नहीं है और सभी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि जानवरों को सुरक्षित वापस बाड़े में लाया जा सके।
सियारों के बाड़े में ऊंची तार की जाली, बिल, छायादार क्षेत्र और आश्रय स्थल शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि जिस हिस्से में दरार आई, उसकी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि सियार बाहर कैसे निकले। शुरुआती निरीक्षण से यह संकेत मिलता है कि जानवर अभी भी चिड़ियाघर परिसर के भीतर ही हैं और पर्यटकों के मुख्य रास्तों की ओर नहीं बढ़े हैं।
चिड़ियाघर प्रशासन की टीम को पूरे वन क्षेत्र में तैनात किया गया है और तलाश अभियान जारी है। इस घटना ने एक बार फिर चिड़ियाघर की सुरक्षा और पशु प्रबंधन व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।