दिल्ली की राजधानी में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए विधानसभा में 500 केवी क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट का शिलान्यास किया गया है। यह दिल्ली की पहली विधानसभा होगी जो सौर ऊर्जा से संचालित होगी। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इसकी जानकारी दी।

सोलर पावर प्लांट से विधानसभा होगी जगमग

विधानसभा सचिव रंजीत सिंह ने बताया कि पुराने 200 किलोवाट सोलर पावर प्लांट को पुरानी कीमत पर बेचा गया है। अब नए 500 केवी सोलर प्लांट से पूरी विधानसभा की बिजली जरूरतें पूरी की जाएंगी। ऊर्जा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि दिल्ली सरकार ने सोलर पॉलिसी के तहत 25 हजार घरों पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रति किलोवाट 10,000 रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। अगले साल तक 75 हजार घरों की छतों पर सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य है।

ऊर्जा वृद्धि और भ्रष्टाचार पर सख्ती

पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने बताया कि दिल्ली में पिछले तीन महीनों से ऊर्जा में बढ़ोतरी हुई है। सरकार इस बात पर ध्यान दे रही है कि विकास कार्यों में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार न हो। उन्होंने विधानसभा को सोलर ऊर्जा से लैस करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की सराहना की।

क्लीन दिल्ली ग्रीन दिल्ली की ओर कदम

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि क्लीन दिल्ली ग्रीन दिल्ली के लक्ष्य की दिशा में यह एक अहम कदम है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में दिल्ली की बिजली खपत 8000 मेगावाट तक पहुंच गई है और जल्द ही यह 9000 मेगावाट तक बढ़ सकती है। 500 किलोवाट सोलर प्लांट से हर महीने लगभग 15 लाख रुपये की बचत होगी।

सौर ऊर्जा को बढ़ावा

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत छतों पर सोलर पैनल लगाने वाले नागरिकों को प्रोत्साहन राशि 5000 से बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति किलोवाट कर दी गई है। यह योजना न केवल बिजली बचत को बढ़ावा देगी बल्कि स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को भी प्रोत्साहित करेगी।