दिल्ली सरकार के कामकाज को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है। हाल ही में दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने दावा किया था कि पिछली AAP सरकार ने एक भी कार्यशील कंप्यूटर लैब स्कूलों में नहीं छोड़ी। इस पर AAP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी ने जानबूझकर ऐसे लोगों को मंत्री बनाया है जो तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं।

रविवार, 27 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र, उनके माता-पिता और आम नागरिक अच्छी तरह जानते हैं कि मंत्री का यह बयान निराधार है। उन्होंने इसे "पूरी तरह असत्य" बताया।

भारद्वाज ने पेश किए वीडियो सबूत

प्रेस वार्ता के दौरान सौरभ भारद्वाज ने कई वीडियो दिखाए, जिनमें पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को कंप्यूटर लैब में छात्रों से संवाद करते हुए देखा जा सकता है। इन वीडियो क्लिप्स में स्कूलों की लैब में बच्चों को कंप्यूटर पर काम करते हुए दिखाया गया, जो यह दर्शाता है कि AAP शासनकाल में लैब्स सक्रिय थीं।

एक अन्य हालिया वीडियो 26 जुलाई 2025 का बताया गया, जिसमें AAP विधायक कुलदीप कुमार कोंडली के एक सरकारी स्कूल में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। वीडियो में स्कूल की कंप्यूटर लैब चालू अवस्था में दिखी, जहाँ छात्र कक्षा ले रहे थे।

'BJP के इरादे सवालों के घेरे में'

भारद्वाज ने कहा कि मंत्री का बयान केवल दो संभावनाओं की ओर इशारा करता है—या तो वह पूर्व सरकार की छवि खराब करने का प्रयास है या फिर किसी बड़े घोटाले की तैयारी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार पहले से संचालित कंप्यूटर लैब को निष्क्रिय घोषित कर नए टेंडर जारी करने की योजना बना रही है, जिससे भ्रष्टाचार की आशंका और गहरा जाती है।

'क्या की गई किसी जांच की पहल?'

AAP नेता ने शिक्षा मंत्री से यह भी पूछा कि अगर वाकई कंप्यूटर लैब निष्क्रिय हैं तो क्या इस विषय पर कोई आधिकारिक जांच कराई गई? अगर सैकड़ों कंप्यूटर खरीदे गए थे तो वे आखिर कहां गए? उन्होंने मांग की कि मंत्री सूद इस पूरे मामले पर स्पष्ट जवाब दें।