एनडीए में सीटों का बंटवारा भले ही तय हो गया हो, लेकिन सहयोगी दलों के भीतर असंतोष खुलकर सामने आने लगा है। गठबंधन में सबसे ज्यादा नाराजगी रालोसपा (रालोमो) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की ओर से देखने को मिल रही है। सीटों के बंटवारे को लेकर असहमति जताते हुए उन्होंने एनडीए उम्मीदवारों के नामांकन कार्यक्रमों का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, बुधवार को प्रस्तावित पार्टी बैठक स्थगित कर कुशवाहा दिल्ली रवाना हो गए हैं, जहां उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात तय मानी जा रही है।
दरअसल, रालोमो को एनडीए में मिली छह सीटों में से महुआ सीट लोजपा (रामविलास) और दिनारा सीट जदयू के खाते में चली गई है, जिससे पार्टी में नाराजगी बढ़ गई है। रालोमो ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे भाजपा या एनडीए के किसी उम्मीदवार के नामांकन में हिस्सा न लें।
सूत्रों का कहना है कि रालोमो ने महुआ से दीपक कुशवाहा (उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र) और दिनारा से आलोक सिंह को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर ली थी। लेकिन सीटें बदलने की सूचना मिलने पर पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए एनडीए की गतिविधियों से दूरी बना ली है।
मीडिया से बातचीत में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “नथिंग इज वेल इन एनडीए।” उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि गृह मंत्री अमित शाह और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ विमर्श के लिए वे दिल्ली जा रहे हैं, इसलिए पटना में बुधवार को प्रस्तावित आपात बैठक स्थगित कर दी गई है।
अब सभी की नजरें दिल्ली में होने वाली अमित शाह और उपेंद्र कुशवाहा की बैठक पर टिकी हैं, जिससे एनडीए के भीतर चल रहे मतभेदों पर स्थिति साफ होने की उम्मीद है।