दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर चेतावनी की सीमा के नज़दीक पहुंचता दिख रहा है। बृहस्पतिवार को हालांकि इसमें हल्की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को जलस्तर 204.13 मीटर तक पहुंच गया था, जो चेतावनी सीमा 204.50 मीटर से मात्र 0.37 मीटर कम था। केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, गुरुवार सुबह पुराने यमुना पुल पर जलस्तर 203.29 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी के निशान से 1.21 मीटर नीचे था।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मानसून सीजन में पहली बार मंगलवार को हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 50,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। देर रात करीब 1 बजे यह प्रवाह 54,707 क्यूसेक तक पहुंच गया। अनुमान है कि हथिनीकुंड से छोड़ा गया पानी दिल्ली पहुंचने में लगभग 48 से 50 घंटे का समय लेता है।
गौरतलब है कि वर्ष 2024 में भारी वर्षा के बावजूद राजधानी यमुना के चेतावनी स्तर को पार करने से बच गई थी। सितंबर के अंतिम सप्ताह में जलस्तर 204.38 मीटर तक गया, जो चेतावनी बिंदु से थोड़ा ही नीचे था। इसके विपरीत, जुलाई 2023 की तबाही में जलस्तर रिकॉर्ड 208.66 मीटर तक पहुंच गया था और हथिनीकुंड बैराज से अधिकतम 3.59 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिससे दिल्ली को भारी बाढ़ का सामना करना पड़ा था।