कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंबाला के मुलाना विधानसभा क्षेत्र के ढकोला गांव की मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उनका दावा था कि महिला मतदाता गुरसल का फोटो गांव के 100 से अधिक मतदाताओं के नाम के आगे दिखाया गया है। हालांकि, ढकोला में की गई पड़ताल में वास्तविक स्थिति कुछ और ही सामने आई।

जांच में पता चला कि जिस महिला का फोटो गुरसल बताकर सूची में लगाया गया, वह वास्तव में चरणजीत कौर हैं। चरणजीत कौर का फोटो 100 से अधिक मतदाताओं के नाम के आगे गलत तरीके से लगा हुआ है। विधानसभा चुनाव में चरणजीत कौर ने स्वयं भी मतदान किया था।

चरणजीत कौर ने बताया कि वह 96 नंबर मकान में रहती हैं और कुछ समय से पास के गांव धुराला में नया घर बनवा लिया है। दो साल पहले उनके बेटे हैप्पी ने सरपंच चुनाव लड़ा था, तभी उन्हें पता चला कि उनका फोटो गुरसल नाम की महिला के नाम के आगे गलत तरीके से लगा है। परिवार ने कई बार निर्वाचन विभाग से सूची में सुधार की मांग की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पूर्व भाजपा नेता और ढकोला निवासी प्रवीन शर्मा ने बताया कि उन्होंने बीडीपीओ कार्यालय पर मतदाता सूची की विसंगतियों को लेकर धरना दिया था, लेकिन समस्या बनी रही। उन्होंने कहा कि यदि सत्यापन कराया जाए, तो कई फर्जी वोट सामने आ सकते हैं।

ढकोला की मौजूदा सरपंच सोनिया देवी ने भी पुष्टि की कि मतदाता सूची में अशुद्धियां हैं। उन्होंने कहा कि जिस फोटो को गुरसल का बताया जा रहा है, वह चरणजीत कौर का है। कई बार सुधार की कोशिश की गई, लेकिन सफल नहीं हो पाई। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि फर्जी या बाहरी वोटों के आरोप निराधार हैं।

विशेष जानकारी यह भी है कि ढकोला में राजस्थान के घुमंतू जनजाति के चार परिवार रहते हैं, जिनमें से एक बुजुर्ग महिला गुरसल का है। उन्होंने बताया कि उनका परिवार 30 साल पहले ढकोला में बस गया था और उनका वोटर कार्ड भी बना हुआ है। वहीं, सूची में उनकी बेटी सीमा का नाम भी दर्ज है, जो 15 साल पहले शादी के बाद मुस्तफाबाद चली गई। गुरसल और उनके परिवार का कहना है कि उनकी बेटी यमुनानगर में ही मतदान करती है।

राहुल गांधी के आरोप और पड़ताल के इस मामले से मतदाता सूची में सुधार और सत्यापन की आवश्यकता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।