हरियाणा निकाय चुनाव: इनेलो ने भी भरी हुंकार, दो दिन में इच्छुक उम्मीदवार होंगे तय

हरियाणा निकाय चुनाव में इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) भी उतरेगी। चुनावों को लेकर इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को इनेलो मुख्यालय में जिला और शहरी प्रधानों के साथ एक बैठक की। बैठक में निकाय चुनावों में पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा की गई। 

बैठक में इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरएस चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती, पूर्व डीजीपी एमएस मलिक, राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेद लोहान और प्रदेश प्रवक्ता डॉ. सतबीर सैनी मौजूद रहे। बैठक में तय हुआ कि अगले दो दिन के अंदर नगर पालिका, नगर निगम और नगर परिषद के चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से बातचीत करके पार्टी मुख्यालय को अवगत कराएंगे। जहां सिंबल पर चुनाव लड़ना जरूरी होगा वहां पार्टी सिंबल पर लड़ेंगे और जहां कोई ऐसा उम्मीदवार जो पार्टी की विचारधारा का होगा और पार्टी से समर्थन मांगेगा तो उसे समर्थित उम्मीदवार के रूप में खड़ा करेंगे।

बैठक में यह फैसला भी लिया गया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चार-चार जिले दिए हैं। यह नेता पार्टी के जितने भी पुराने साथी हैं, जो किन्हीं कारणों से पार्टी से निष्क्रिय हैं उन सबसे संपर्क करेंगे। पुराने साथियों बातचीत कर उन्हें पार्टी में लाया जाएगा। इसके बाद फिर पार्टी का नए सिरे से संगठन बनाएंगे। संगठन बनाने के बाद जिलावार बैठके रखेंगे और सरकार की कमियां और खामियां उजागर करेंगे। भविष्य की राजनीतिक रूपरेखा तैयार करेंगे। पार्टी संगठन को और कैसे मजबूत और ज्यादा प्रभावी कैसे बनाया जाए उसको लेकर आगामी कार्यक्रम बनाए जाएंगे।

ईवीएम को लेकर कांग्रेस पर बरसे अभय चौटाला
कांग्रेस की तरफ से निकाय चुनावों में बैलेट पेपर की मांग पर अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेस दोहरी नीति अपना रही है। जब हिमाचल के चुनाव जीत कर सरकार बनाई और लोकसभा में हरियाणा की पांच सीटें जिती तब ईवीएम पर सवाल नहीं उठाए। जब हरियाणा में कांग्रेस ने बीजेपी की बी टीम के रूप में काम करके भाजपा की सरकार बनाई तो प्रदेश के लोगों के साथ साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खेमे के नेताओं ने खुलकर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए तो मुद्दे को भटकाने के लिए ठीकरा ईवीएम पर फोड़ दिया। जब पोल खुल गई कि भूपेंद्र हुड्डा बीजेपी का एजेंट है तो अपने गुनाह छुपाने के लिए चुनाव आयोग के पास जाकर ढोंग कर रहे हैं। 

वोट कटुआ पार्टी बनेगी कांग्रेस
चौटाला ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा कह रहे हैं कि अगर दिल्ली में इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ता तो भाजपा को हरा देते। तो फिर हरियाणा में इंडिया गठबंधन में चुनाव क्यों नहीं लड़ा? इससे साफ पता चलता है कि हुड्डा पिता पुत्र नहीं चाहते थे कि हरियाणा में कांग्रेस सत्ता में आए। जैसे दिल्ली में कांग्रेस ने सिर्फ वोट काटने का काम किया है वैसे ही आने वाले समय में कांग्रेस पूरे देश में सिर्फ वोट कटुआ पार्टी बनके रह जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here