रोहतक। लाढ़ौत मोड़ स्थित फार्म हाउस में रविवार को ASI संदीप के आत्महत्या मामले को लेकर खाप पंचायत आयोजित की गई। पंचायत में संदीप के चचेरे भाई भूपसिंह लाठर ने खुलासा किया कि पांच दिन पहले संदीप की पत्नी संतोष को एक फोन आया, जिसमें कहा गया कि यदि हरियाणा कौशल निगम (HKRN) के तहत नौकरी चाहिए तो संबंधित कागजात लेकर आएं। जबकि सरकार ने पहले पक्की नौकरी का आश्वासन दिया था।

पंचायत में जुलाना के लाठर खाप के प्रधान बसाऊ लाठर, पूर्व पार्षद वेदपाल लाठर, शादीपुर के पूर्व सरपंच कुलवंत लाठर, किरसौला के पूर्व सरपंच राजपाल लाठर, मास्टर पूर्ण सिंह दलाल, जुलाना बार के प्रधान जोगेंद्र शर्मा के बेटे सुशील शर्मा, कलकल और देशवाल खाप के प्रधान समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

भूपसिंह ने कहा कि संदीप के ममेरे भाई संजय लाढ़ौत के पास फोन आया और नौकरी के लिए दस्तावेज मांगे गए, जबकि मुख्यमंत्री व सरकार से एमडीयू कैंपस स्कूल में पीजीटी लेक्चरर की पक्की नौकरी का वादा किया गया था। बच्चों की पढ़ाई और परिवार की आर्थिक मदद के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।

पुलिस कार्रवाई को लेकर पंचायत असंतुष्ट है। भूपसिंह ने बताया कि एफआईआर और जांच के दौरान अभी तक यह नहीं बताया गया कि किस-किस से पूछताछ हुई, कौन दोषी है और गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। एडीजीपी के गनमैन सुशील कुमार ने प्रोडक्शन वारंट भी नहीं लिया। आरोपी को जमानत मिल चुकी है।

इसके अलावा, शहीद का दर्जा नहीं दिया गया, मुख्यमंत्री के OSD द्वारा ASI संदीप की अस्थियों को हर जिले में ले जाने का वादा पूरा नहीं हुआ, और उनके नाम पर किसी ईमानदार अधिकारी को पुरस्कार देने की घोषणा भी अभी तक लागू नहीं हुई।

पंचायत ने निर्णय लिया कि 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 17 दिसंबर को पंचकूला में मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलकर इस मामले को लेकर मांगों को उठाएगा।