ऊना: केंद्रीय मंत्री और सांसद अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल देश की एकता के प्रतीक और सच्चे राष्ट्र निर्माता थे। उन्होंने किसानों के अधिकारों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और गांधीजी के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाई। ठाकुर ने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के बाद महिलाओं ने उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि दी थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने स्वतंत्र भारत के इस महानायक को भुला दिया। उनके निधन के 41 वर्ष बाद जाकर वर्ष 1991 में उन्हें भारत रत्न सम्मान दिया गया।

पत्रकार वार्ता में ठाकुर ने कहा कि सरदार पटेल ने बिना किसी युद्ध के कूटनीति के ज़रिए जूनागढ़, हैदराबाद और जम्मू-कश्मीर को भारत में विलय कराया था। उन्होंने बताया कि देश की एकता के प्रतीक ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निर्माण में हर राज्य के किसानों से लोहा एकत्रित किया गया था, ताकि देशभर की एकता उसमें झलके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जहां अपने नेता को भुला दिया, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने उन्हें वास्तविक सम्मान दिया।

ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने 70 साल बाद जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर सरदार पटेल के सपनों को साकार किया। उन्होंने बताया कि सरदार पटेल की जयंती पर देशभर में "रन फॉर यूनिटी" कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, जिसमें हर आयु वर्ग के लोग भाग ले रहे हैं।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा कि पार्टी का दूसरा नाम “झूठ” है। उन्होंने मुख्यमंत्री के उस बयान पर टिप्पणी की, जिसमें महिलाओं को ₹1500 देने की बात कही गई थी, और कहा कि कांग्रेस जनता से झूठे वादे कर रही है। राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग देश की संस्कृति से दूर रहकर विदेशों में छुट्टियां मनाते हैं, वे छठ जैसे भारतीय पर्वों के महत्व को कभी नहीं समझ सकते।