पिछले कुछ घंटों में एशिया के पर्वतीय क्षेत्रों — तिब्बत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और भारत के हिमाचल प्रदेश व लद्दाख — में भूकंप के झटके दर्ज किए गए। झटकों से लोगों में दहशत फैल गई, हालांकि फिलहाल किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।

जानकारी के अनुसार, तिब्बत में 4.0, पाकिस्तान में 4.6, अफगानिस्तान में 4.3, हिमाचल प्रदेश के शिमला में 2.8 और लद्दाख के लेह में 3.7 तीव्रता के भूकंप दर्ज किए गए। सभी क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं, जिससे प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।

तिब्बत और पड़ोसी देशों में झटके
तिब्बत के पहाड़ी इलाके में मंगलवार को आए 4.0 तीव्रता के भूकंप से हल्के झटके महसूस किए गए। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों और अफगानिस्तान के ग्रामीण क्षेत्रों में भी झटके दर्ज किए गए। पाकिस्तान में भूकंप की तीव्रता 4.6 और अफगानिस्तान में 4.3 मापी गई। दोनों देशों में किसी नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन निगरानी बढ़ा दी गई है।

भारत में भी हिली धरती
हिमाचल प्रदेश के शिमला में 22 अक्टूबर की रात करीब 1 बजे 2.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र करीब 5 किलोमीटर गहराई में था। झटके हल्के होने के कारण किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई।
वहीं, लद्दाख के लेह में 21 अक्टूबर की दोपहर 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। इसका केंद्र लगभग 90 किलोमीटर गहराई में था। भूकंप का असर सीमित रहा और किसी जनहानि या नुकसान की रिपोर्ट नहीं मिली।

स्थानीय प्रशासन ने सभी क्षेत्रों में सतर्कता बरतने और अफवाहों से बचने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से सक्रिय है, इसलिए हल्के झटके समय-समय पर महसूस किए जा सकते हैं।