हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार सुबह 10 बजे तक राज्य में 209 सड़कें भूस्खलन के कारण बाधित रहीं। वहीं, 139 बिजली ट्रांसफार्मर और 745 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। मंडी ज़िला अब भी आपदा की मार झेल रहा है, जहां 13 दिन बाद भी 157 सड़कें और 133 पेयजल योजनाएं ठप हैं। कांगड़ा ज़िले के धर्मशाला, नूरपुर और देहरा क्षेत्रों में 612 जल योजनाओं पर असर पड़ा है। मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग 4 मील के पास एक बार फिर भूस्खलन के कारण बंद हो गया है, जिससे कुल्लू और मनाली की ओर जा रहे पर्यटकों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
मानसून से अब तक 98 मौतें, 1227 घरों को नुकसान
20 जून से शुरू हुए इस मानसून सीजन में अब तक 98 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 178 घायल हुए हैं और 34 अभी भी लापता हैं। सड़क दुर्घटनाओं में 41 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में अब तक अचानक बाढ़ की 31, बादल फटने की 22 और भूस्खलन की 18 घटनाएं दर्ज की गई हैं। इन आपदाओं के चलते कुल 1227 मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जबकि 788 पशुशालाएं भी नुकसान की शिकार हुई हैं। 954 मवेशियों की जान गई है। आपदाओं से राज्य को अब तक कुल 770 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
बीते 24 घंटे में राजगढ़ में 72 मिमी, खदराला में 42.4 मिमी, पच्छाद में 38 मिमी, मंडी में 26.4 मिमी, भुंतर में 22 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 14 से 20 जुलाई तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। 14, 15, 18 और 19 जुलाई को कई स्थानों पर वर्षा हो सकती है, जबकि 16, 17 और 20 जुलाई को अधिकांश क्षेत्रों में बारिश होगी। 14 व 15 जुलाई के लिए कुछ स्थानों पर भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट और अन्य दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
जिभी बाईपास पर हादसा, चालक घायल
उपमंडल बंजार के जिभी बाईपास पर सड़क धंसने से एक जीप नाले में जा गिरी। जीप में नाशपाती लदी थी और उसे सब्जी मंडी ले जाया जा रहा था। हादसे में चालक घायल हुआ, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से खड्ड से निकालकर बंजार अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत स्थिर बताई गई है।