जम्मू-कश्मीर में 10 वर्षों में 941 मौतें… नित्यानंद राय ने राज्यसभा में दिया आतंकी हमलों का ब्योरा

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में सैनिकों के बलिदान में हाल ही में हुई बढ़ोतरी पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बहादुर सैनिकों की क्षति को स्वीकार किया। इसके साथ ही मंत्री ने आतंकवाद विरोधी प्रयासों में हुई महत्वपूर्ण प्रगति और तेजी पर प्रकाश भी डाला।

राज्यसभा में सैनिकों के बलिदान से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में 28 आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि दुखद बात यह है कि हमारे कुछ सैनिक भी गोलीबारी में बलिदान हुए हैं। बलिदानी सैनिकों की संख्या, मारे गए आतंकवादियों की तुलना में बहुत कम है।

राय ने क्षेत्र में बहाल शांति पर भी जोर दिया: नित्यानंद

साथ ही पर्यटन को लेकर उन्होंने कहा कि साल 2023 में जम्मू-कश्मीर में 2 करोड़ 11 हजार पर्यटक आए हैं। वहां शांति बहाल हो गई है, यही वजह है कि पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है।

आतंकवाद पर सरकार के कड़े रुख को दोहराते हुए राय ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस रखते हैं। केंद्रशासित प्रदेश में हिंसा को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2004 से 2014 तक कुल 2819 लोग मारे गए और इन दस सालों में 941 मौतें हुई हैं, जो 66 फीसदी कम हुई हैं।

कठुआ में हुआ था सेना के काफिले पर हमला

राज्य मंत्री नित्यानंद राय का स्पष्टीकरण जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी हमलों में वृद्धि के बाद आया है, जिसमें कठुआ में सेना के काफिले पर हमला और डोडा और उधमपुर में मुठभेड़ शामिल हैं।

नित्यानंद ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब की तुलना में अब 80 प्रतिशत लोगों की मृत्यु कम हुई हैं। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद, भारतीय सेना ने कम से कम 200 आतंकवादियों को मार गिराया है।

इस बीच, जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा गृह मंत्रालय को दी गई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान पर्यटन क्षेत्र ने 15.13 प्रतिशत की वार्षिक औसत वृद्धि दर दर्ज की है।

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