जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चसोती गांव में 14 अगस्त की दोपहर 12:30 बजे बादल फटने से मलबा गिरने की घटना में कई लोग फंस गए। इस हादसे में मढ विधानसभा क्षेत्र के फ्लोरा गांव निवासी शामलाल (52) की मौत हो गई है। वहीं उनकी पत्नी सुषमा देवी (42) और बेटी ईशा बजोतरा (24) अभी भी लापता हैं।
शामलाल का शव वीरवार को मलबे से बरामद किया गया। घटना के समय उनकी पत्नी और बेटी मचैल माता के दर्शन कर वापस लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि मां और बेटी या तो बह गई हैं या उनकी मौत हो गई है।
शामलाल अपने परिवार के साथ सोमवार सुबह तीन बजे मचैल के लिए निकले थे। मलबा गिरने के समय शामलाल और उनके पांच-छह रिश्तेदार चसोती गांव से लौट रहे थे। शामलाल आटा चक्की चलाते थे और घर के खर्च के लिए घोड़ा रेहड़ी भी संभालते थे। उनके दो बच्चे हैं—बड़ी बेटी ईशा ने एमएससी पूरा किया था और बेटा आयुष (22) स्टेनो का प्रशिक्षण ले रहा है। घटना के बाद आयुष अपने परिवार का अकेला सदस्य रह गया है।
शामलाल के बड़े भाई हरबंस लाल ने बताया कि जैसे ही शव मिलने की खबर मिली, भतीजा आयुष और परिवार के अन्य सदस्य किश्तवाड़ के लिए निकल पड़े। मृतक का शव शुक्रवार रात घर लाया गया, जहां अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटी। शनिवार को शामलाल का अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें मुख्य अग्नि उनके बेटे आयुष ने दी। परिवार अब भी सुषमा देवी और ईशा के सुरक्षित लौटने की उम्मीद लगाए हुए है।