जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले का बधाल गांव रहस्यमयी बीमारी के चलते लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. अब तक यहां 17 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 13 बच्चे शामिल हैं. गांव में हो रही मौतों से लोगों में दहशत का माहौल है. इस बीच और मरीज को जीएमसी राजौरी में भर्ती कराया गया है. वहींगलवार (21 जनवरी) को सूबे के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गांव का दौरा किया और शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी.
अधिकारियों के मुताबिक सीएम उमर नेशनल कांफ्रेंस के स्थानीय विधायक जावेद इकबाल चौधरी के राजौरी जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर बधाल गांव पहुंचे. जहां उन्होंने मोहम्मद असलम सहित पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. सीएम ने सभी लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिया. मुलाकात के बाद वो कब्रिस्तान गए जहां उन्होंने मृतकों के लिए फातिहा पढ़ी.
बीमारी से असलम के 6 बच्चों की मौत
मोहम्मद असलम ने इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से अपने पूरे परिवार को खो दिया. हाल ही में उनके छठे और आखिरी बच्चे की जीएमसी जम्मू में मौत हो गई. असलम के 6 बच्चे थे इनमें से 5 बच्चों की पहले ही बीमारी के चलते मौत हो गई थी वहीं आखिरी बची बेटी ने भी रविवार को दम तोड़ दिया. इस त्रासदी के बाद असलम और उनकी पत्नी ही परिवार में बचे हैं.
अबतक 17 लोगों की हो चुकी मौत
अधिकारियों ने बताया कि सात दिसंबर से 19 जनवरी के बीच गांव में एक-दूसरे से जुड़े तीन परिवारों के 17 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मुख्यमंत्री का दौरा ऐसे दिन हो रहा है जब एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी टीम मौतों के कारण का पता लगाने के लिए अपनी जांच के तहत गांव का दौरा कर रही है.
बावड़ी को पीएचई ने किया सील
जम्मू-कश्मीर सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि जांच और नमूनों से स्पष्ट तौर पर संकेत मिला है कि मौतें बैक्टीरिया या वायरस के कारण नहीं हुईं और इसका कोई जन स्वास्थ्य पहलू नहीं है. रविवार को बधाल गांव की बावड़ी को पीएचई डिवीजन राजौरी द्वारा ब्लॉक कर दिया गया था. बावड़ी से लिए गए पानी के नमूनों का परीक्षण किया गया था जो कुछ कीटनाशकों के लिए पॉजिटिव पाया गया था.