शुक्रवार रात आठ बजे के बाद पाकिस्तान ने जम्मू सेक्टर में एक बार फिर ड्रोन हमले की कोशिश की। इसके बाद पूरे जम्मू संभाग में ब्लैकआउट कर दिया गया। जम्मू, आरएस पुरा, सांबा और अन्य सीमावर्ती इलाकों से लगातार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। भारतीय डिफेंस सिस्टम ने सतर्कता दिखाते हुए कई आत्मघाती ड्रोन को मार गिराया।

एंटी गन से ताबड़तोड़ फायरिंग

सांबा में ड्रोन की गतिविधि दिखने के बाद भारतीय सेना का एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय हो गया। एंटी गन ने लगातार फायरिंग कर दुश्मन के मंसूबों पर पानी फेर दिया। जम्मू के सतवारी इलाके में रात करीब नौ बजे पांच से छह धमाकों की आवाजें गूंजी। इसी दौरान जम्मू एयरपोर्ट के पास भी विस्फोट हुए।

गोलाबारी में दो नागरिकों की मौत

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने दिन में भी अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर गोलाबारी की। इस हमले में उड़ी और पुंछ में एक महिला समेत दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हुए। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 14 मई की रात तक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

सीमावर्ती इलाकों पर पाक की नापाक कोशिशें

पाकिस्तान ने सांबा, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में गोलाबारी की। कश्मीर के उड़ी सेक्टर में सिलीकोट, बोनियार, कमलकोट, मोहरा और गिंगल में गोले बरसाए, जिससे कई घरों को नुकसान पहुंचा। मोहरा में गोलाबारी से बचने की कोशिश में नर्गिस बेगम नामक महिला की मौत हो गई, जबकि पुंछ के लोरन निवासी मोहम्मद अबरार की भी जान चली गई। आईबी और एलओसी के पास के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।

पहले भी हुए ड्रोन और मिसाइल हमले

गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक पाकिस्तानी सेना ने ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। जम्मू और उधमपुर सेक्टर में इन हमलों को नाकाम करते हुए भारतीय डिफेंस सिस्टम ने करीब 8-10 ड्रोन और 2-3 मिसाइलों को मार गिराया। इन हमलों में किसी भी सैन्य ठिकाने को कोई नुकसान नहीं हुआ।

रातभर का ब्लैकआउट और सुरक्षा बढ़ाई गई

शुक्रवार तड़के, पाकिस्तान ने नगरोटा और सुजवां सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइल हमले किए। इन हमलों के बाद रातभर ब्लैकआउट किया गया। प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। इन हमलों में पाकिस्तान ने पहले से भी अधिक आक्रामक रणनीति अपनाई थी, लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम ने हर हमले को मजबूती से नाकाम कर दिया।