जम्मू कश्मीर के चार नवनिर्वाचित सांसदों ने सोमवार को लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। इस दौरान जम्मू कश्मीर की समृद्ध भाषाई विविधता की झलक देखने को मिली। भाजपा के दो सांसद डॉ जितेंद्र सिंह और जुगल किशोर शर्मा ने डोगरी भाषा में संविधान की शपथ ली। तो वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नवनिर्वाचित सांसद मियां अल्ताफ ने उर्दू भाषा में शपथ ली। श्रीनगर से जीतकर लोकसभा पहुंचे नेकां के सांसद रुहुल्लाह मेहदी ने कश्मीरी भाषा में संविधान की शपथ ली।

जुगल किशोर शर्मा तीसरी बार जम्मू सीट से चुनाव जीत कर सांसद बने हैं। वहीं, डॉ. जितेंद्र सिंह ने उधमपुर सीट से जीत की हैट्रिक दर्ज कराई है। मोदी सरकार 3.0 में भी उन्हें पीएमओ कार्यालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

मियां अल्ताफ लारवी ने अनंतनाग-राजोरी सीट से जीत दर्ज की है। उन्होंने इस सीट पर महबूबा मुफ्ती को पराजित किया। श्रीनगर पर इस बार सभी नए चेहरे मैदान में थे। इनमें नेकां नेता रुहुल्लाह मेहदी पर जनता ने विश्वास जता कर उन्हें संसद में भेजा है। नेकां के दोनों नेता पहली बार सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे हैं।

जम्मू कश्मीर में पांच लोकसभा सीटें हैं। पांचवी लोकसभा सीट बारामुला पर जेल में बंद इंजीनियर रशीद ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर उन्होंने नेकां उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन को हराया है। वह आतंकी फंडिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, अल्ताफ बुखारी, गुलाम नबी आजाद सहित प्रदेश के नेता उनकी रिहाई के लिए मांग कर चुके हैं।