पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर सरकार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के एक अधिकारी के तबादले को लेकर कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे भ्रष्टाचार और शक्तिशाली लोगों के बीच गठजोड़ का प्रमाण बताया और सवाल उठाया कि क्या जम्मू-कश्मीर सरकार न्याय और जवाबदेही के प्रति गंभीर है।
सरकार ने एसीबी के एसएसपी अब्दुल वहिद, जिन्हें हाल ही में एसीबी के असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल (एआईजी) के रूप में नियुक्त किया गया था। जिसका तबादला होम डिपार्टमेंट में किया है। वह श्रीनगर स्मार्ट सिटी परियोजना में भ्रष्टाचार की जांच कर रहे थे और हाल ही में उन्होंने इसके दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ असंतुलित संपत्ति के मामले दर्ज किए थे।
महबूबा मुफ्ती ने एक्स प्लेटफार्म पर एक पोस्ट में कहा अब्दुल वहिद और उनके सहयोगियों को एसीबी से हटाना उन अधिकारियों के लिए जोखिम को उजागर करता है जो भ्रष्टाचार का सामना करते हैं। यह भ्रष्ट और शक्तिशाली लोगों के बीच गठजोड़ को उजागर करता है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार की जांच के बहाने कश्मीरियों की संपत्तियों पर छापेमारी करने के असली इरादों को दिखती है। महबूबा ने इस कदम को सार्वजनिक रूप से घोटाले का खुलासा करने वाले को दंडित करने के रूप में बताते हुए सरकार की न्याय और जवाबदेही के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया।