शोपियां में सुरक्षा बलों को मिली सफलता, भारी मात्रा में हथियार बरामद

दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के केलर के शुकरू वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकियों के बीच मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए। इन आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं, जिसमें एके-47 राइफलें, मैगजीन, ग्रेनेड और अन्य सामग्री शामिल है।

सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

13 मई को शोपियां के शुकरू वन क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों ने कार्रवाई शुरू की। पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सेना की 20 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने क्षेत्र की घेराबंदी की। घिरते देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।

लश्कर के कमांडर सहित तीन आतंकी ढेर

मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर शाहिद कुट्टे, अदनान शफी और पुलवामा निवासी अहसान-उल-हक शेक मारे गए। शाहिद कुट्टे शोपियां के चोटीपोरा हीरपोरा का निवासी था और मार्च 2023 में लश्कर में शामिल हुआ था। वह ‘ए’ कैटेगरी का आतंकी और संगठन का शीर्ष कमांडर था। कुट्टे कई आतंकी घटनाओं और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था, जिसमें अप्रैल 2024 में दानिश रिसॉर्ट फायरिंग और मई 2024 में भाजपा सरपंच की हत्या शामिल है।

अदनान शफी शोपियां के वंडुना मेलहोरा का निवासी था और अक्टूबर 2024 में लश्कर का हिस्सा बना था। वह ‘सी’ कैटेगरी का आतंकी था और शोपियां के वची में गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में शामिल था। वहीं, अहसान-उल-हक शेक पुलवामा के मुरन का निवासी था और जून 2023 में आतंकी गतिविधियों में लिप्त हुआ था।

आतंकियों के मददगारों पर कड़ी कार्रवाई

बायसरन में 22 अप्रैल को हुई पर्यटकों की हत्या के बाद से सुरक्षा बल आतंकियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। पहलगाम हमले के बाद, आतंकियों के मददगारों के घरों को भी ध्वस्त कर दिया गया था। इसी कड़ी में कुट्टे और शफी के घर भी गिरा दिए गए थे।

सुरक्षा बलों की सतर्कता से बड़ा खतरा टला

सुरक्षा बलों की तत्परता से शोपियां में बड़ा आतंकी खतरा टल गया। इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है ताकि किसी भी अन्य संदिग्ध गतिविधि पर नियंत्रण पाया जा सके।

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