श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि यदि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर खुफिया एजेंसियों की विफलता स्वीकार की गई है, तो इसके लिए किसी न किसी को जिम्मेदार भी ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि 26 लोगों की जान चली जाए और कोई जवाबदेह न हो, यह स्वीकार्य नहीं है।
मुख्यमंत्री पत्रकारों द्वारा 13 और 14 जुलाई को हुई घटनाओं को लेकर पूछे गए सवालों पर संयमित रहे। उन्होंने इन घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि ऐसी परिस्थितियाँ नहीं बननी चाहिए थीं।
“कानून का उल्लंघन नहीं किया”
उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि सरकार ने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया। प्रतिबंध केवल 13 जुलाई तक के लिए लागू थे, जबकि 14 जुलाई को किसी प्रकार की रोक नहीं थी। उन्होंने इस मुद्दे पर समर्थन देने वाले पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के मुख्यमंत्रियों सहित सभी नेताओं का आभार भी व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने कहा कि बीती घटनाओं पर ज्यादा चर्चा करना अब उचित नहीं होगा।
“नम्रता को कमजोरी न समझें”
मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि उनकी विनम्रता को कमजोरी मानना गलत होगा। उन्होंने कहा, “कुछ लोगों को लगता है कि हम कमजोर हैं, क्योंकि हम डराने या धमकाने की राजनीति नहीं करते, लेकिन हम अपने लोगों के आत्मसम्मान और सपनों की कीमत पर कोई समझौता नहीं करेंगे।”
“हम किसी के एहसान पर सत्ता में नहीं हैं”
अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि वे किसी की मेहरबानी से सत्ता में नहीं हैं। “अगर किसी का धन्यवाद बनता है तो वह खुदा और जम्मू-कश्मीर के वोटर हैं,” उन्होंने स्पष्ट किया।
बोन एंड जॉइंट अस्पताल के नए खंड का शुभारंभ
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर के बरजुला स्थित बोन एंड जॉइंट अस्पताल के नए ब्लॉक का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य में उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में अहम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस नए खंड से चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता और रोगी देखभाल में उल्लेखनीय सुधार होगा।