झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। सोरेन ने केंद्र पर बजट आवंटन करने में भेदभाव करने का आरोप लगाया। राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए विधानसभा में सोरेन ने कहा कि झारखंड केंद्र के वित्तीय भेदभाव से पीड़ित है। गुजरात जैसे राज्यों को बजट आवंटन में बड़ा हिस्सा मिलता है, लेकिन झारखंड जैसे पिछड़े राज्यों को कुछ नहीं मिलता।
उन्होंने कहा कि झारखंड को बजट आवंटन में बहुत कम राशि मिलती है। इस असमानता के बावजूद मैं आश्वस्त करता हूं कि मेरी सरकार डरेगी नहीं। उन्होंने रेत की अवैध बिक्री पर विपक्ष के विरोध का जवाब दिया। सीएम ने कहा कि अब गुंडागर्दी नहीं चलेगी, सूरज डूब गया है। आपकी परेशानियां और बढ़ेंगी।
सोरेन ने भाजपा पर उनके स्वास्थ्य के बारे में झूठ फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्हें आगाह किया कि उनका गेम प्लान सफल नहीं होगा। सोरेन ने कहा कि हाल ही में मैं अपने पिता झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के इलाज के लिए दिल्ली गया था। जब मैं लौटा तो मैंने सार्वजनिक स्थान पर अपना मास्क लगाया हुआ था क्योंकि मुझे खांसी और सर्दी थी। अब अफवाह फैलाई जा रही है कि मेरे फेफड़ों में संक्रमण है या मुझे कैंसर हो गया है। उन्होंने एक और अफवाह फैलाई कि यह सरकार दो साल बाद काम करना शुरू कर देगी।
सोरेन ने भाजपा विधायकों के सदन से वॉकआउट करने पर कहा कि अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो अक्षम विपक्ष को कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति देकर एहसान कर रहे हैं। देखिए दिल्ली विधानसभा में क्या हुआ? पूरे विपक्ष को सदन से बाहर निकाल दिया गया। यह स्पीकर की संवेदनशीलता है कि आपने ऐसे विपक्ष को सदन से निलंबित नहीं किया।
सीएम ने कहा कि भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद उनके गठबंधन को विधानसभा चुनाव में लोगों से भारी जनादेश मिला और वह जनता के कल्याण के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे विरोधियों ने हमें नीचे गिराने के लिए सभी हथकंडे अपनाए। लेकिन लोगों को हम पर भरोसा था और इसीलिए उन्होंने हमें यहां बिठाया और आप वहां विपक्ष में बने रहे। वास्तव में आपकी संख्या कम हो गई है। सोरेन ने घोषणा की कि यह सिर्फ शुरुआत है। आप भाजपा अगले पांच साल तक विपक्ष में ही रहेगी।