महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक 19 वर्षीय छात्र ने मंगलवार को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस के अनुसार, यह कदम उसने उस समय उठाया जब उसके साथ लोकल ट्रेन में मराठी भाषा न बोल पाने को लेकर हुए विवाद और कथित मारपीट का तनाव बढ़ गया।

अर्नव लक्ष्मण खैरे नामक यह छात्र विज्ञान संकाय में प्रथम वर्ष का छात्र था। घटना के समय वह मुलुंड स्थित अपने कॉलेज जा रहा था। ठाणे और कल्याण पूर्व के बीच ट्रेन में हुई बहस के दौरान एक अन्य यात्री ने उसके साथ मारपीट की। आरोपी यात्री ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर अर्नव को पीटा, जिससे छात्र भयभीत हो गया और अपनी ट्रेन छोड़कर दूसरी ट्रेन से मुलुंड पहुंचा।

अर्नव ने कॉलेज में क्लास अटेंड न करने के बाद घर लौटकर अपने पिता को फोन कर पूरी घटना बताई। पिता ने बताया कि बातचीत के दौरान अर्नव की आवाज में घबराहट और तनाव साफ सुनाई दे रहा था। शाम को पिता घर लौटे और दरवाजा बंद पाए। पड़ोसियों की मदद से घर का दरवाजा खोला गया, जहां अर्नव को कंबल से बने फंदे पर लटका हुआ पाया गया।

कल्याण के सहायक पुलिस आयुक्त कल्याणजी गेटे ने कहा कि पिता ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि बेटे को मारपीट के बाद मानसिक तनाव झेलना पड़ा, जो अंततः उसकी आत्महत्या का कारण बना। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।