कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के ऑपरेशन ब्लू स्टार पर दिए गए बयान ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है। हिमाचल के कसौली में आयोजित कार्यक्रम में चिदंबरम ने कहा था कि ऑपरेशन ब्लू स्टार का तरीका गलत था। उनके इस बयान पर आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

AAP के राज्यसभा सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि 40 साल बाद कांग्रेस ने मान लिया कि उनके द्वारा सिखों के खिलाफ की गई कार्रवाई गलत थी। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस आज भी उन नेताओं पर मेहरबान क्यों है, जो सिख नरसंहार के लिए जिम्मेदार थे। कंग ने कहा कि श्री दरबार साहिब और श्री अकाल तख्त पर किए गए हमले को भुलाया नहीं जा सकता और कांग्रेस द्वारा इस मामले में क्लीन चिट देना सिखों के जख्म और गहरा करने जैसा है।

इसके पहले AAP सांसद संजय सिंह ने चिदंबरम के बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताया और कहा कि पाकिस्तान का हाथ साफ है, लेकिन सिख भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए।

चिदंबरम के बयान से कांग्रेस आलाकमान भी नाराज है। पार्टी हाई कमान ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं को ऐसे बयान देने में सावधानी बरतनी चाहिए, वरना इससे पार्टी की फजीहत होती है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी कहा कि गांधी परिवार का देश के लिए बलिदान सब जानते हैं और इस तरह का बयान पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बनता है।

बीजेपी के केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास कमजोरियों से भरा है। बीजेपी प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि चिदंबरम ने सच्चाई कही, लेकिन बहुत देर से, और कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। दिल्ली सरकार में मंत्री मजिंदर सिंह सिरसा ने इसे कांग्रेस की सिख-विरोधी गलती उजागर करने वाला बताया। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि ऑपरेशन आवश्यक था, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण, और कांग्रेस ने भिंडरांवाले को बढ़ावा दिया।

इस बयान के बाद राजनीतिक दलों ने एक बार फिर ऑपरेशन ब्लू स्टार और सिख समुदाय से जुड़े संवेदनशील मुद्दों को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं तेज कर दी हैं।