भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि पंजाब की आप सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में 10 हजार करोड़ रुपये उधार लिए जिसको विज्ञापन पर ही खर्च किया जा रहा है। भाजपा प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब का मुख्यमंत्री गुजराती अखबारों में स्थानीय भाषा में विज्ञापन दे रहा है। लोगों के पैसों को अपने विज्ञापन के लिए पानी की तरह बहाया जा रहा है।

गुरुवार को आम आदमी पार्टी की सरकार को बिजली एवं अन्य मुद्दों पर घेरने के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के नेतृत्व में पठानकोट के वाल्मीकि चौक में धरना दिया गया। इस धरने में जिला पठानकोट के तीनों विधानसभा हलकों के भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने आम आदमी पार्टी की सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं पठानकोट के मुख्य मार्गों में कुछ समय के लिए एंट्री को भी बंद रखा गया। 

अश्वनी शर्मा ने आम आदमी पार्टी की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी अभी तक चुनावी वातावरण से बाहर नहीं निकल पाई है और एलान करने वाली सरकार बन गई है। पंजाब के हर जिले में आज अपना संकेतिक रोष व्यक्त करते हुए धरना दिया गया है और सरकार को याद दिलाया गया है कि चुनाव से पूर्व 300 यूनिट बिजली माफ करने का जो वादा किया था, उसमें यह नहीं बताया गया था कि सिर्फ 1 किलोवाट तक ही यह छूट मिलेगी और यह भी नहीं बताया था कि व्यापारियों एवं दुकानदार को यह छूट मिलेगी या नहीं। 

शर्मा ने कहा कि मुफ्त बिजली देना तो दूर पर्याप्त बिजली भी सरकार लोगों तक नहीं पहुंचा पा रही है, शहरों और गांवों में लगातार कट लगने से लोग परेशान हैं। अश्वनी शर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों के समय धरने प्रदर्शनों पर जाकर आश्वासन देने वालों की सरकार बनी तो अपने घरों के बाहर बैठे मुलाजिमों की बात सुनने तक नहीं जा रहे। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि सरकार की करनी और कथनी में बड़ा अंतर है और इन्हें जो आदेश दिल्ली से आ रहे हैं उन्हें ही पंजाब के लोगों पर थोपा जा रहा है। 

पंजाब में पैदा मौजूदा हालात पर अश्वनी शर्मा ने कहा कि सरकार को पहले से पता था कि पटियाला में माहौल खराब हो सकता है लेकिन उन्होंने कोई भी संजीदगी नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, जिनके पास होम मिनिस्ट्री भी है, पंजाब की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे हैं। पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल, पूर्व विधायक दिनेश सिंह बब्बू, पूर्व विधायक सीमा कुमारी ने भी अपने संबोधन में आप सरकार के प्रति अपना रोष जाहिर किया और कहा कि सरकार लोगों से किए अपने वादों को पूरा करें। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष विजय शर्मा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष वरुण विक्की, पूर्व मेयर अनिल वासुदेवा, महासचिव सुरेश शर्मा, सचिव अंकुश महाजन, मंडल अध्यक्ष रोहित पूरी, शमशेर ठाकुर, विनोद धीमान, अनिल रामपाल, प्रवीण शर्मा, पार्षद राजू महाजन आदि उपस्थित थे।

अमृतसर में भी प्रदर्शन 

वहीं अमृतसर में जिला अध्यक्ष सुरेश महाजन के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने डीसी अमृतसर कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार के खिलाफ धरना दिया। महाजन ने कहा कि पंजाब में भाजपा गठबंधन सरकार के समय सरप्लस बिजली थी और हम दूसरे राज्यों को भी बिजली देने लगे थे। लेकिन मान की सरकार बनते ही पंजाब में बिजली संकट आ खड़ा हुआ। जनता मुख्यमंत्री भगवंत मान को सिर्फ अखबार में छपी फोटो में ही देखती है। 12 से 14 घंटे के बिजली कट लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में अगर ऐसे ही बिजली कट लगते रहे तो फ्री मिलने वाले 600 यूनिट तो आने वाली दिवाली तक भी पूरे नहीं होंगे। 

उन्होंने कहा कि केजरीवाल के वादे के खिलाफ आज भी किसान दुखी होकर आत्महत्याएं कर रहे हैं। लेकिन किसान हितैषी होने के दावे करने वाली आप की सरकार ने या उनके किसी नेता ने इन पीड़ित किसान परिवारों को मुआवजा तो दूर उनकी सुध तक नहीं ली। खराब फसलों के लिए मुआवजे की मांग की तो मान सरकार ने किसानों पर लाठियां बरसाई। मान सरकार ने तो अब किसानों से बिजली बिलों की रिकवरी भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती के नाम पर धोखे से गुस्साए युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री बनने के 2 दिन बाद ही मान के घर के सामने प्रदर्शन करना भी अपने आप में एक इतिहास है। 

उन्होंने कहा कि अपराधियों के हौसले बुलंद हो चुके हैं। दिन-दिहाड़े हत्याएं व लूटपाट की घटनाएं हो रही हैं। पटियाला हिंसा में अपनी नाकामी छुपाने के लिए मुख्यमंत्री मान इस हिंसा को भाजपा व कांग्रेस द्वारा प्रायोजित बता पल्ला झाड़ रहे हैं। उन्होंने मान और केजरीवाल से सवाल करते हुए कहा कि वे बताए खालिस्तानियों के साथ संपर्क और फंडिग के आरोपों का स्पष्टीकरण दें। खालिस्तानी जीएस पन्नू ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री मान भी केजरीवाल के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। मान ने केजरीवाल सरकार से ‘ज्ञान समझौता’ कर पंजाब को दिल्ली के हाथों बेच दिया है। इस अवसर पर प्रदेश सचिव एडवोकेट राजेश हनी, राजिंदर मोहन सिंह छीना, सुखमिंदर सिंह पिंटू, जिला उपाध्यक्ष मानव तनेजा, डा. राम चावला, डा. हरविंदर सिंह संधू तथा सरबजीत शंटी भी मौजूद थे।