पटियाला के सन्नौरी अड्डा इलाके में बुधवार सुबह अपने ही दफ्तर में गुरमुख सिंह धालीवाल (42) नाम के एक व्यक्ति ने खुद को आग लगा ली। पता लगते ही तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। धालीवाल इसी साल पंजाब विधानसभा चुनाव आजाद प्रत्याशी के तौर पर लड़ चुके हैं। मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। आत्महत्या से पहले गुरमुख सिंह ने एक वीडियो संदेश रिकॉर्ड किया है। इसमें उन्होंने तीन पुलिस मुलाजिमों पर परेशान करने का आरोप लगाया। एक डीएसपी पर पुलिस मुलाजिमों से मिले होने का आरोप भी लगाया है। खबर लिखे जाने तक पुलिस मामले की जांच कर रही थी।
वीडियो में मारकल कालोनी निवासी गुरमुख सिंह ने आरोप लगाया है कि उसके खिलाफ दड़ा सट्टे के दर्ज मामले में तीन पुलिस वाले रिश्वत की मांग की। मांग पूरी न होने पर उसके भाइयों व घर की महिलाओं को पुलिस स्टेशन में बुलाकर परेशान करने की धमकी दी। आगे कहा है कि उसने हाल ही में इस मामले में हाईकोर्ट पहुंच भी पहुंचा था और एक डीएसपी मामले की जांच कर रहा है। मगर डीएसपी के सामने उसकी सभी दलीलें नाकाम साबित हुईं। इसके चलते अब उसके पास मौत के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है। इसलिए आज वह खुद को जिंदा जलाकर जान दे रहा है। उसकी मौत के लिए केवल पुलिस मुलाजिम ही जिम्मेदार होंगे।
थाना कोतवाली के एएसआई मंगत सिंह ने बताया कि पुलिस को दोपहर करीब 12 बजे सन्नौरी अड्डा इलाके में एक व्यक्ति के दफ्तर में खुद को आग लगाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने तक आसपास के दुकानदारों ने उक्त व्यक्ति के दफ्तर से धुआं निकलता देख शीशे का दरवाजा तोड़कर पानी से आग बुझा दी थी। तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन 80 फीसदी से ज्यादा जलने के कारण उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने माना कि मृतक गुरमुख सिंह धालीवाल के खिलाफ दड़े सट्टे के आरोप में केस दर्ज था और उसने सुसाइड से पहले वीडियो बनाकर कुछ पुलिस मुलाजिमों पर परेशान करने का आरोप लगाया। एएसआई मंगत सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है। परिवार वालों के बयान के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, मृतक के परिवारिक वालों ने मामले की जांच कर रहे डीएसपी और आरोपी पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार करने की मांग की है।