चंडीगढ़/रोपड़। पंजाब में राज्यसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के 10 विधायकों के जाली हस्ताक्षर कर नामांकन दाखिल करने के मामले में पंजाब पुलिस ने नवनीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को बुधवार रात करीब 8:15 बजे चंडीगढ़ पुलिस से हिरासत में लेकर रोपड़ ले जाया गया।
मंगलवार से ही इस गिरफ्तारी को लेकर पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा जारी था। दोनों पक्षों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि पुलिसकर्मियों ने एक-दूसरे पर हथियार तान दिए। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने नवनीत चतुर्वेदी का नामांकन रद्द कर दिया था, जिसके खिलाफ वह हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। अब 24 अक्तूबर को होने वाले चुनाव में केवल दो उम्मीदवार मैदान में हैं—AAP के राजिंदर गुप्ता और कवरिंग उम्मीदवार के रूप में उनकी पत्नी मधु, जो बुधवार को नामांकन वापस ले सकती हैं।
नवनीत चतुर्वेदी के नामांकन दाखिल करने के बाद सुरक्षा की मांग
जयपुर निवासी नवनीत ने 13 अक्तूबर को चंडीगढ़ पुलिस को पत्र भेजकर अपनी सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने दावा किया कि पंजाब सरकार उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही है और उन्हें जान का खतरा है। इसी कारण चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें तुरंत पंजाब पुलिस के हवाले नहीं किया।
विधायकों ने जाली हस्ताक्षर होने से किया इनकार
राज्यसभा चुनाव के लिए नवनीत के नामांकन पत्र में जिन 10 विधायकों के हस्ताक्षर दिखाए गए थे, उन्होंने छंटनी के दौरान अपने हस्ताक्षर होने से इनकार किया। इसके बाद पंजाब विधानसभा सचिव ने नवनीत का नामांकन रद्द कर दिया।
नवनीत चतुर्वेदी ने कहा कि विधायकों ने दबाव में आकर हस्ताक्षर की पुष्टि से मुकर गए हैं। उन्होंने कहा, “मैं रिटर्निंग अधिकारी से फोरेंसिक जांच कराने की बात कह चुका हूं, लेकिन उन्हें मेरी बात मानने को तैयार नहीं थे। मैं इसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करूंगा। मेरे खिलाफ जो FIR दर्ज की गई है, वह गैरकानूनी है।”
इससे पहले रूपनगर पुलिस ने नवनीत चतुर्वेदी के खिलाफ केस दर्ज किया था। मामला राज्यसभा चुनाव में जाली दस्तावेजों के उपयोग से जुड़ा है और जांच जारी है।