लुधियाना के दो स्कूलों में विद्यार्थियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद बुधवार को पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन ने संबंधित विभागों की समीक्षा की। इसमें उन्होंने अधिकारियों को आरटीपीसीआर टेस्टों की संख्या बढ़ाने और स्कूलों में प्रतिदिन 10 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी डिप्टी कमिश्नरों को संक्रमण की रोकथाम के लिए टीके की दोनों खुराक लगवाने वाले शिक्षकों और अन्य स्टाफ को स्कूल आने की अनुमति देने की व्यवस्था करने की हिदायत दी।
ऑनलाइन समीक्षा बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि रोजाना 40 हजार नमूने लेने के लक्ष्य को निश्चित रूप से पूरा किया जाए, यदि कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो टेस्टिंग में और तेजी लाई जाए। स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा के वरिष्ठ अधिकारियों और सभी डिप्टी कमिश्नरों के साथ राज्य में कोविड के हालात की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने पड़ोसी राज्य के बढ़ते मामलों पर चिंता प्रकट की। उन्होंने आने वाले त्योहारों के सीजन के मद्देनजर अधिकारियों को संक्रमण दर पर नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वायरस के फैलाव को रोकने के लिए और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
महामारी के फैलाव को रोकने के लिए सभी जिलों को बड़े स्तर पर टेस्टिंग और कांटेक्ट ट्रेसिंग के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अब सभी जिलों में एपीडिमोलोजिस्ट नियुक्त किए गए हैं और कोविड की तीसरी संभावित लहर को रोकने के लिए हर संभव कोशिश की जाए। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा आलोक शेखर, स्वास्थ्य सलाहकार डा. केके तलवार, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डॉ. राज बहादुर, सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सात दिन में 0.1 प्रतिशत रही संक्रमण दर
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के पूर्वानुमान का हवाला देते हुए विनी महाजन ने कहा कि लगाए गए अनुमान के मुताबिक नए मामलों की संख्या लगभग 64 दिनों में दोगुनी हो सकती है (इस धारणा के अधीन वृद्धि की दर स्थिर रहेगी)। उन्होंने इस तथ्य पर तसल्ली जाहिर की कि पिछले सप्ताह 3 से 9 अगस्त तक 2,45,823 सैंपल लिए गए, जिनमें से 352 संक्रमित पाए गए हैं, जिससे संक्रमण दर 0.1 फीसदी रही।
25 फीसदी बेड बढ़ाने का लक्ष्य
राज्य में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने की जरूरत पर जोर देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि हरेक जिले को दूसरी लहर के शिखर के दौरान मांग के मुकाबले बिस्तरों की क्षमता 25 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य रखना चाहिए। मुख्य सचिव ने बताया कि इस समय सरकारी अस्पतालों में 4307 एल-2 बेड मौजूद हैं, जो 25 प्रतिशत वृद्धि के साथ 5387 हो जाएंगे, जबकि निजी अस्पतालों में 6565 एल-2 बेड उपलब्ध हैं और 25 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1644 बेड और शामिल किए जाएंगे।