संयुक्त किसान मोर्चा ने शंभू व खनौरी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन के समर्थन का एलान किया है। मोगा में हुई महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि तालेमल कमेटी आज खनौरी मोर्चे पर जाएगी। इसके लिए 6 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है। वहीं आज मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
उन्होंने कहा कि अगर पंजाब के सभी संगठन एक हो जाएं, तो पूरा देश एक हो जाएगा। अभी आंदोलन पंजाब तक ही सीमित है। इसे देशभर में ले जाना होगा। टिकैत ने कहा कि जब तक किसान आंदोलन उन राज्यों में नहीं जाता, जहां भाजपा की सरकार है, तब तक इसका असर केंद्र सरकार पर नहीं पड़ेगा। एसकेएम के 40 नेता हैं। जब ये सभी अपने-अपने यहां महापंचायत करेंगे और आंदोलन शुरू करेंगे, तब भारत सरकार किसानों की आवाज सुनेगी। भारत सरकार एसकेएम को तोड़ना चाहती है। सरकार ने 700 नए किसान संगठन बनवाए हैं। वे सरकार की भाषा बोलते हैं। हमारे कुछ साथी अनशन पर हैं। अनशन को 45 दिन हो गए हैं। हमें भी दुख है कि सरकार उनकी नहीं सुन रही, सरकार का यह रवैया ठीक नहीं है।
आंदोलन के खिलाफ कोई नहीं करेगा बयानबाजी, 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च
महापंचायत के मंच से किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे मोर्चे के खिलाफ कोई भी किसान नेता बयानबाजी नहीं करेगा। साथ ही सरकार से मांगें मनवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। महापंचायत में तय हुआ है कि 13 जनवरी को तहसील स्तर पर केंद्र की कृषि मार्केटिंग पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाई जाएंगी। डिप्टी कमिश्नर दफ्तरों में किसान मांग पत्र देंगे। वहीं, 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। नेताओं ने कहा है कि सहमति बनी तो यह प्रोग्राम सामूहिक रूप से भी हाे सकता है। किसान नेता रमिंदर पटियाला ने बताया है कि 15 जनवरी को उन्हें पटियाला गुरद्वारा दुख निवारण में मीटिंग होगी। उम्मीद है कि 26 जनवरी का ट्रैक्टर मार्च एकजुटता के साथ होगा।