ओमिक्रॉन वैरिएंट के ख़तरे के बीच देश में कई जगहों से इस तरह की ख़बरें आ रही हैं कि विदेशों से आए लोग ग़ायब हो गए हैं। इस तरह का एक वाकया उत्तर प्रदेश के मेरठ से भी सामने आया है।

 297 विदेश से लौटे 297 लोगों में से 13 ने प्रशासन को गलत मोबाइल नंबर और पते दिए हैं। मेरठ के सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने समाचार एजेंसी एएनआई के बताया कि उनके ठिकाने का पता लगाने के लिए उन्होंने हमें जो विवरण प्रदान किया है, वह एलआईयू (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) को दिया गया है। कोरोना के नए वैरिएंट के मद्देनजर प्रशासन सतर्कता बरत रहा है।  

अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से आने वालों की सात दिन तक होगी निगरानी 
मेरठ के जिलाधिकारी के. बालाजी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत सभी प्रभारियों को निर्देश जारी किए हैं कि कोविड पॉजिटिव यात्रियों को आइसोलेशन सुविधा उपलब्ध कराएं। निर्धारित प्रोटोकॉल के मुताबिक उनका उपचार एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग करें। 

अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सूची इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को उपलब्ध कराने के लिए कहा है। कंट्रोल सेंटर स्तर से समस्त अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आने के सातवें दिन तक रोजाना कॉल करके स्वास्थ्य की स्थिति तथा कोविड के लक्षण की स्थिति के विषय में जानकारी करेंगे। 

जिलाधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्री अथवा उनके परिवार के सदस्यों में कोविड के लक्षण के विषय में जानकारी प्राप्त होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर से तत्काल आरआरटी भेजकर आरटीपीसीआर कोविड जांच हेतु सैंपल एकत्र कर प्रयोगशाला को प्रेषित कराएं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर कार्रवाई की जाएगी।