लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पूरी तैयारी तेज हो गई है। 14 दिसंबर को होने वाले नामांकन से पहले शनिवार दोपहर भाजपा के लखनऊ कार्यालय में बड़ी हलचल रही। इस दौरान दोनों उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, साध्वी निरंजन ज्योति, ओपी सरकार के पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान, बाबू राम निषाद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय मौजूद रहे।
इसके थोड़ी देर बाद केंद्रीय मंत्री विनोद तावड़े, पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यालय पहुंचे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नए प्रदेश अध्यक्ष को बड़ी जिम्मेदारियां देने की योजना बनाई जा रही है, जिसे आगामी विधानसभा चुनाव में सपा के प्रभाव को कम करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
#WATCH | लखनऊ: केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर कहा, "आज भाजपा के सभी सांसदों को बुलाया गया है, प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है, उसमें सबको बुलाया गया है। अब आगे पार्टी तय करेगी किसको पर्चा दाखिल करना है, किसे नहीं।" pic.twitter.com/P4t58kgL72
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2025
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, "आज भाजपा के सभी सांसदों को बुलाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है और पार्टी तय करेगी कि कौन पर्चा दाखिल करेगा।" पंकज कुर्मी समुदाय से आते हैं, जो यूपी में एक बड़ा और महत्वपूर्ण वोट बैंक है। उनका नामांकन पार्टी में नई ऊर्जा और रणनीति ला सकता है।
बीते 12 दिसंबर को बीएल संतोष की अगुवाई में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह और दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव मौर्य व ब्रजेश पाठक ने चुनाव प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए बैठक की थी।
जिम्मेदारी का वितरण:
चुनाव की पूरी प्रक्रिया को संपन्न कराने की जिम्मेदारी दोनों उप मुख्यमंत्रियों को सौंपी गई है। शनिवार को नामांकन की प्रक्रिया केशव मौर्य और प्रदेश महामंत्री संजय राय संभालेंगे, जबकि रविवार को मतदान की व्यवस्था ब्रजेश पाठक और प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला देखेंगे। इस दौरान लगभग 3,500 पदाधिकारी शामिल होंगे, जिनमें केंद्रीय और राज्य पदाधिकारी, सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष शामिल हैं।